
नई दिल्ली (New Dehli) । राजा वड़िंग ने सोशल मीडिया (social media) पर पोस्ट डालकर सीएम को जवाब (answer) दिया है। उन्होंने कहा कि बसों की बॉडी (body of buses) लगाने की प्रक्रिया ऑनलाइन (Online) ओपन टेंडर (Tender) के माध्यम से पूरी की गई। इसमें किसी भी राज्य की कंपनी हिस्सा ले सकती थी। कानून के मुताबिक शर्तें पूरी करने पर टेंडर जारी किया जाता है।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग पर आरोप लगाया कि उन्होंने परिवहन मंत्री रहते बसों की बॉडी राजस्थान से लगवाकर गैर-कानूनी तरीके से पैसा कमाया है। इस घोटाले की जानकारी आने वाले दिनों में प्रसारित की जाएगी। कैसे राज्य का खजाना लूटा गया? फाइलें खुलने पर इनकी सच्चाई सामने आ जाएगी। उन्होंने कहा कि पंजाब में बसों की बॉडी लग सकती थी लेकिन इसके बावजूद राजस्थान से लगवाई गई। सारी सच्चाई लोगों के सामने लाई जाएगी।
विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन नेताओं के पुरखों ने जलियांवाला बाग हत्याकांड के साजिशकर्ताओं का सम्मान किया है, ऐसे नेताओं के पास उनको सवाल करने का कोई नैतिक हक नहीं है। उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने सत्ता में होते हुए पंजाब और पंजाबियों की पीठ में छुरा घोंपा। याद रहे कि इन नेताओं ने सवाल उठाया था कि पुलिस भर्ती में बाहरी राज्यों के युवाओं को चुना गया है, जिन्हें पंजाबी भी नहीं आती है।
वड़िंग बोले- फाइलें आपके पास, हम जांच को तैयार
राजा वड़िंग ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर सीएम को जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि बसों की बॉडी लगाने की प्रक्रिया ऑनलाइन ओपन टेंडर के माध्यम से पूरी की गई। इसमें किसी भी राज्य की कंपनी हिस्सा ले सकती थी। कानून के मुताबिक शर्तें पूरी करने पर टेंडर जारी किया जाता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि मेरे से पहले वाली पंजाब की सरकारों ने भी कई बार राजस्थान से बसों की बॉडी लगवाई है। पंजाब के अलावा अन्य कई राज्यों ने इस कंपनी से बॉडी लगवाई है। फिलहाल डेढ़ साल से सारी फाइलें आपके पास हैं। जनाब आप जब मर्जी जांच करवा सकते हैं। हम जांच के लिए तैयार है।
मजीठिया और वडिंग एक महीने में 45 फीसदी अंकों के साथ पंजाबी की परीक्षा पास कर दिखाए
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया और कांग्रेस नेता अमरिंदर सिंह राजा वडि़ंग को एक महीने के अंदर पंजाबी भाषा की लिखित परीक्षा 45 प्रतिशत अंकों के साथ पास करने की चुनौती दी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह नेता सनावर और दून जैसे स्कूलों से पढ़े हैं, जिस कारण यह पंजाबी भाषा की परीक्षा पास ही नहीं कर सकते। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वह पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत बादल के साथ रहते रहे हैं और वह बादल के लिए पंजाबी अखबार पढ़ते होते थे क्योंकि उनको अच्छी तरह से पंजाबी पढ़नी नहीं आती थी।
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