
नई दिल्ली । कर्नाटक (Karnataka) के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया (Chief Minister Siddaramaiah) की हिंदू धर्म (Hindu Religion) और धर्मांतरण (Conversion) को लेकर की गई टिप्पणी से राजनैतिक बवाल शुरू हो गया है। भारतीय जनता पार्टी ने कर्नाटक सीएम को चुनौती देते इस्लाम में समानता के बारे में सवाल उठाने को कहा है। इसके साथ ही सुझाव दिया कि अगर वह ऐसा नहीं कर सकते, तो अपने ‘वामपंथी नजरिये’ को हिंदू धर्म से दूर ही रखें।
भाजपा नेता और कर्नाटक विधानसभा में नेता विपक्ष अशोक ने सिद्दारमैया की हिंदू धर्म को लेकर की गई टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रया जाहिर की। सोशल मीडिया साइट पर अशोक ने लिखा, “अगर इस्लाम में समानता है, तो महिलाओं को मस्जिदों में प्रवेश की अनुमति क्यों नहीं है? अगर इस्लाम में समानता है तो तीन तलाक पर प्रतिबंध लगाने का विरोध क्यों किया गया? अगर इस्लाम में समानता है तो कुरान में हिंदुओं सहित गैर-मुस्लिमों को काफिर क्यों कहा गया? सिद्धारमैया क्या आपमें यह पूछने की हिम्मत है?”
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए अशोक ने लिखा, “अगर इस्लाम एक शांतिप्रिय धर्म है, अगर मुसलमानों में भाईचारे की भावना है, तो पहलगाम में आतंकवादियों ने पर्यटकों से नाम और उनका धर्म क्यों पूछा, महिलाओं और बच्चों के सामने उनके बड़ों की हत्या क्यों की? उनसे कलमा पढ़ने के लिए क्यों कहा गया और आखिर क्यों वहां केवल हिंदुओं को ही मारा गया? सिद्धारमैया क्या आपके पास यह पूछने का साहस है?”
क्या कहा था सिद्धारमैया ने?
यह पूरा विवाद कर्नाटक सीएम के उस बयान के बाद शुरू हुआ, जिसमें उन्होंने धर्मातंरण को लेकर अपनी बात रखी थी। उन्होंने कहा, “भले ही हम कहें कि धर्मांतरण मत करो, लेकिन कुछ लोग व्यवस्था के कारण ऐसा करते हैं। हमारे हिंदू समुदाय में, अगर समानता और समान अवसर होते, तो कोई धर्मांतरण क्यों करता? क्या हमने (हिंदू समाज ने) छुआ छूत नहीं बनाई?… कर्नाटक सीएम ने कहा कि इस्लाम या ईसाई धर्म या किसी अन्य धर्म में भी असमानताएं हो सकती हैं। हमने या भाजपा ने किसी को धर्मांतरण करने के लिए नहीं कहा, यह लोगों का अधिकार है और वह अपने मन से ऐसा करते हैं।”
दरअसल यह विवाद कर्नाटक सरकार द्वारा नई जाति जनगणना करवाने और उसमें नई श्रेणियों को रखने की वजह से शुरू हुआ है। सीएम सिद्धारमैया ने इन नई श्रेणियों को सही ठहराया है तो वहीं भाजपा ने इनका विरोध किया है। इनके बारे में पूछे जाने पर सिद्धारमैया ने कहा कि नई जातियां उन लोगों के लिए हैं, जिन्होंने एक धर्म से दूसरे धर्म में धर्मांतरण किया है। गौरतलब है कि भाजपा की नीति रही है कि हिंदुओं का दूसरे धर्मों में जबरन धर्म परिवर्तन करवाया जाता है। इसलिए वह धर्मांतरण के विरोध में रहती है।
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