
इन्दौर। पहली बार किसी सरकारी कॉलेज के प्राचार्य पर एक विवादित किताब को लेकर एफआईआर दर्ज की गई है। इस मामले में अब कांगे्रस भी कूद गई है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि एबीवीपी के नेताओं के दबाव में कॉलेज के प्राचार्य पर जबर्दस्ती एफआईआर की गई है, जबकि जिस विवादित किताब की बात सामने आई है वह षड्यंत्रपूर्वक कॉलेज की लायब्रेरी में रखवाई गई और उसके बाद प्राचार्य के खिलाफ आंदोलन खड़ा किया।
विदित है कि शासकीय लॉ कॉलेज में प्राध्यापकों ाके सस्पेंड करने और उसके बाद कॉलेज के प्राचार्य रहमान पर एफआईआर दर्ज करने को लेकर कल दिनभर भंवरकुआ थाने पर गहमागहमी चलती रही। इसको लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने एक आंदोलन खड़ाकर दिया था और प्राचार्य पर कार्रवाई की माग को लंकर कॉलेज में प्रदर्शन भी किया। बाद में प्राचार्य ने इस मामले में इस्तीफा दे दिया और उसके बाद उन पर एफआइआर दर्ज भी हो गई।
इस मामले में कांग्रेस सचिव राकेशसिंह यादव ने कहा कि यह सब एबीवीपी द्वारा रचा गया षड्यंत्र हैं। 2014 में यह किताब लायब्रेरी में लाई गई थी। एक तरह से शिक्षा माफियाओं ने यह षडयंत्र रचा है, क्योंकि वे पिछले सत्र में कॉलेज में अपने हिसाब से एडमिशन नहीं कर पाए थे। यादव ने कहा कि धार्मिक उन्माद का सहारा लेकर इसे अलग रंग देने की कोशिश की गई है जो शिक्षा के मंदिर में नहीं होना चाहिए। कांग्रेस की ओर से सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से मामले की जांच किए जाने की मांग की गई है।
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