
भोपाल: मध्य प्रदेश में कांग्रेस (Congress in Madhya Pradesh) के जिलाध्यक्षों के ऐलान (Declaration of district heads) पर सबकी नजरें टिकी हैं, राजनीतिक गलियारों में चर्चा चल रही है कि कांग्रेस इस महीने में जिलाध्यक्षों की लिस्ट जारी कर देगी, लेकिन उससे पहले कांग्रेस एक और बड़ा बदलाव करने की तैयारी में दिख रही है. बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस इस बार हर जिले में एक दो नहीं बल्कि पूरे पांच-पांच प्रभारियों की नियुक्तियां करने वाली है. जिसे बीजेपी के काउंटर प्लान से जोड़कर देखा जा रहा है. इस मुद्दे पर कांग्रेस और बीजेपी के नेता भी आमने-सामने नजर आ रहे हैं. बताया जा रहा है कि कांग्रेस प्रभारियों की लिस्ट भी जल्द ही जारी कर सकती है.
बीजेपी से मुकाबले के लिए मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रत्येक जिले में पांच-पांच प्रभारी नियुक्त करेगी. बताया जा रहा है कि कांग्रेस यह प्रभारी एक महीने के अंदर ही सभी जिलों में नियुक्त करने वाली है. दरअसल, एक ही जिले में पांच-पांच प्रभारी नियुक्त करने के पीछे कांग्रेस का प्लान भी बताया गया है जिसमें कांग्रेस अब पंचायत और वार्ड स्तर पर इकाइयों की गठन करने की तैयारी में है, जिसमें संगठन सृजन अभियान के तहत इसी माह जिला अध्यक्षों की भी नियुक्तियां की जाएगी. इसी के आधार पर ब्लॉक अध्यक्ष बदले जाएंगे और उनमें बड़े पैमाने पर बदलाव दिखेंगे. वहीं इसी के आधार पर प्रभारियों की भी नियुक्तियां की जाएगी.
दरअसल, मध्य प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस के बीच संगठनात्मक पर यह बड़ा बदलाव दिखने वाला है. क्योंकि बीजेपी सभी जिलों में एक-एक प्रभारी की ही नियुक्तियां करती है, लेकिन कांग्रेस इस बार पांच-पांच प्रभारियों की नियुक्तियां करने जा रही है. बताया जा रहा है कि सभी को अलग-अलग स्तर पर काम सौंपा जाएगा. किसी को ग्रामीण इलाके की जिम्मेदारी दी जाएगी तो किसी को शहरी इलाके की जिम्मेदारी दी जाएगी, इसके अलावा कांग्रेस के अभियानों की जिम्मेदारियां भी प्रभारियों के जिम्मे ही रहेगी. वहीं माना जा रहा है कि कांग्रेस जिलाध्यक्षों की लिस्ट के साथ-साथ जल्द ही प्रभारियों की लिस्ट भी जारी करेगी.
वहीं एक जिले में पांच पांच प्रभारियों की नियुक्तियां करने को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं में जमकर बयानबाजी भी देखने को मिल रही है. कांग्रेस विधायक सुरेश राजे ने कहा ब्लॉक स्तर के अध्यक्ष क्या काम कर रहे हैं, उनकी समीक्षा होना भी जरूरी है, इसलिए यह बदलाव किया जा रहा है. हमारा संगठन सृजन अभियान का यह एक अंग है, विधानसभा से इतर संगठन को भी मजबूत करना बड़ा काम है, यह हमारा जहां संगठन को मजबूत करना है उसके लिए कम कर रहे. इसलिए एमपी कांग्रेस ने इस बार जिलों में पांच-पांच प्रभारी बनाने के लिए तैयारियां की है.
कांग्रेस के इस प्लान पर बीजेपी तंज कसती नजर आई. मंत्री कृष्णा गौर ने कहा ‘कांग्रेस को संगठन की समझ आ गई है, शायद यही वजह है कि अब कांग्रेस इन सब मुद्दों पर काम करने की बात कह रही है. नहीं तो लोग कांग्रेस को नेताओं की ही पार्टी समझती है.’ बता दें कि बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं के बीच यह मुद्दा तेजी से चर्चा में चल रहा है.

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