
नई दिल्ली । पाकिस्तान (Pakistan) को घर जैसा बताकर विवादों में घिरे कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा (Congress leader Sam Pitroda) ने सफाई पेश की है। सैम पित्रोदा के इस बयान पर काफी बवाल मचा था। भाजपा (BJP) ने इसको लेकर सैम पित्रोदा और कांग्रेस पार्टी पर करारा हमला बोला था। विवाद पर एक लंबा बयान जारी करते हुए, पित्रोदा ने टिप्पणी के पीछे की अपनी मंशा को स्पष्ट किया।
सैम पित्रोदा ने एक्स पर इसको लेकर एक लंबी पोस्ट लिखी है। इसमें उन्होंने लिखा है कि हाल की चर्चाओं के मद्देनजर, मैं अपने वक्तव्य को स्पष्ट करना चाहता हूं। इसे अपने इंटरव्यू के पूण संदर्भ में रखना चाहता हूं। मेरा उद्देश्य हमेशा उन वास्तविकताओं की ओर ध्यान आकर्षित करना रहा है, जिनका हमेशा सामना करना पड़ रहा है। पित्रोदा आगे लिखते हैं कि यह समस्याएं, जैसे-चुनावी प्रक्रिया से जुड़े मुद्दे, नागरिक समाज और युवाओं का महत्व और भारत की भूमिका। चाहे यह अपने पड़ोस में हों या वैश्विक स्तर पर है।
कांग्रेस नेता ने आगे लिखा है कि जब मैंने कहा कि पड़ोसी देशों की यात्रा के दौरान मुझे अक्सर घर जैसा महसूस होता है तो मेरा आशय साझा इतिहास और लोगों के बीच रिश्तों पर जोर देना था। उन्होंने लिखा है कि मेरा यह आशय बिल्कुल भी नहीं था कि पीड़ा, संघर्ष या आतंकवाद और भू-राजनीतिक तनावों से पैदा हुई गंभीर चुनौतियों को नजरअंदाज किया जाए। इसी तरह जब मैंने विश्वगुरु की अवधारणा को चुनौती दी और कहा कि यह एक मिथक है कि भारत हमेशा सबकी सोच के केंद्र में है तो मेरा तात्पर्य छवि पर अति-आत्मविश्वास के बजाए सार्थकता पर जोर देने से था। सैम पित्रोदा के मुताबिक विदेश नीति को वास्तविक प्रभाव, आपसी विश्वास, शंति और क्षेत्रीय स्थिरता पर आधारित होना चाहिए न कि दिखावे और खोखले दावों पर।
— Sam Pitroda (@sampitroda) September 19, 2025
सैम पित्रोदा ने आगे लिखा कि अगर मेरे शब्दों से किसी को भ्रम हुआ है तो मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि मेरा उद्देश्य कभी भी किसी की की पीड़ा को कम आंकना या वैध चिंताओं को नजरअंदाज करना नहीं था। बल्कि ईमानदार संवाद, सहानुभूति और अधिक ठोस व जिम्मेदार दृष्टिकोण को बढ़ावा देना था, जिससे भारत स्वयं को देखता है और दुनिया उसे देखती है।
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