
नई दिल्ली । पूर्व केंद्रीय मंत्री(Former Union Minister) और कांग्रेस नेता शशि थरूर(Congress leader Shashi Tharoor) ने सोमवार को कहा कि पड़ोसी देश बांग्लादेश(Bangladesh neighbouring country) में जो कुछ हो रहा है, उस पर भारत को बारीकी से और सावधानीपूर्वक नजर रखनी होगी। उन्होंने यह भी कहा कि अगर वहां कोई प्रतिकूल सरकार सत्ता में आती है, तो भारत के लिए स्थिति बहुत नाजुक हो सकती है। नई दिल्ली में एक पुस्तक विमोचन के मौके पर ‘फॉरेन कॉरेसपॉन्डेंट क्लब’ में आयोजित एक चर्चा के दौरान उन्होंने यह भी कहा, ‘‘एक मित्र पड़ोसी के रूप में हमें सभी स्तरों पर यह संकेत देना चाहिए कि हमारी प्रतिबद्धता बांग्लादेश के लोगों की भलाई के लिए है। हमें यह संकेत नहीं देना चाहिए कि हम किसी विशेष राजनीतिक दल या किसी विशेष समुदाय के बारे में अधिक चिंतित हैं।’’
बांग्लादेश में हिंसक प्रदर्शनों के बाद शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और भारत आ गई थीं। तब से वह भारत में रह रही हैं। थरूर ने शेख हसीना को भारत में पनाह देने और उनके आतिथ्य का समर्थन किया है। वरिष्ठ पत्रकार और स्कॉलर के वी प्रसाद की पुस्तक ‘इंडियन पार्लियामेंट: शेपिंग फॉरेन पॉलिसी’ के विमोचन के अवसर पर थरूर ने यह टिप्पणी की।
सत्र के अध्यक्ष के रूप में अपने वक्तव्य के बाद, कांग्रेस सांसद थरूर ने श्रोताओं द्वारा पूछे गए विभिन्न प्रश्नों के उत्तर दिए, जिनमें बांग्लादेश की स्थिति से लेकर पाकिस्तान के साथ संबंध, तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमेरिका यात्रा से लेकर संसदीय लोकतंत्र की बारीकियों तक के विषय शामिल थे। थरूर विदेश मामलों पर संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष भी हैं।
बांग्लादेश की स्थिति पर पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि बांग्लादेश में जो कुछ हो रहा है, उस पर हमें बारीकी से और सावधानीपूर्वक नजर रखनी होगी, क्योंकि वह हमारा पड़ोसी है।’’हालांकि, थरूर ने यह भी कहा कि उन्हें नहीं लगता कि बांग्लादेश की ‘‘वर्तमान अंतरिम सरकार को प्रतिकूल कहा जा सकता है। लेकिन, साथ ही, इसमें कुछ सतर्कता भी बनाए रखने की जरूरत है।’’ वर्तमान में, बांग्लादेश में मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में एक अंतरिम सरकार कार्यरत है।
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