
नई दिल्ली। वोट चोरी विवाद के बीच कांग्रेस के एक मंत्री ने इस्तीफा दे दिया है। जी हां, वोट चोरी का आरोप लगाकर अपनी ही पार्टी कांग्रेस की आलोचना करने वाले कर्नाटक के सहकारिता मंत्री केएन राजन्ना ने इस्तीफा दिया है। उन्होंने राहुल गांधी पर ही वोट चोरी का आरोप लगा दिया था, जिसके चलते पार्टी हाईकमान ने उनके खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला किया था। इस बीच मंत्री ने इस्तीफा दे दिया और इस्तीफा देने के बाद भी उन्होंने राहुल गांधी पर आरोप लगाए।
बता दें कि चुनाव आयोग पर राहुल गांधी ने वोट चोरी के आरोप लगाए हैं, इस पर कर्नाटक के मंत्री के एन राजन्ना कहते हैं कि मतदाता सूची तब तैयार हुई थी, जब कांग्रेस सत्ता में थी। उस समय क्या सब लोग आंखें बंद करके चुपचाप बैठे थे? तब भी मतदाता सूची में अनियमितताएं हुई थीं, यह सच है और अनियमितताएं हमारी आंखों के सामने हुई थीं, इसलिए हमें शर्म आनी चाहिए।
राजन्ना ने कहा कि कांग्रेस के राज में जब मतदाता सूची बनी थी तो महादेवपुरा में वास्तव में धोखाधड़ी हुई थी। एक व्यक्ति 3 अलग-अलग जगहों पर वोटर बना था और उसने तीनों जगहों पर मतदान भी किया था। जब मतदाता सूची का मसौदा तैयार किया जाता है, तब आपत्तियां दर्ज कराई जानी चाहिए, यह हमारी जिम्मेदारी है। उस समय हम चुप रहे और अब हम बवाल कर रहे हैं।
बता दें कि राहुल गांधी ने गत 7 अगस्त 2025 को नई दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इसमें उन्होंने कर्नाटक के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में वोटर लिस्ट में धोखाधड़ी होने का दावा किया था। राहुल गांधी ने चुनाव आयोग (ECI) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर मिलीभगत करके मतदाता सूचियों में हेरफेर और वोट चोरी करने का आरोप लगाया है। विवाद कर्नाटक, महाराष्ट्र और हरियाणा की मतदाता सूचियों को लेकर है।
राहुल गांधी ने दावा किया है कि महादेवपुरा में 6.5 लाख मतदाताओं में से 100250 वोट चोरी हुए। यह धोखाधड़ी 5 तरीकों से की गई। जैसे एक ही व्यक्ति के नाम कई वोट बनाकर। गलत या अनुपस्थिति पतों पर वोट बनाकर। एक ही पते पर कई वोट बनाकर। मतदाता सूची में फोटो के बिना नाम शामिल करके और नए वोटर रजिस्ट्रेशन के लिए फॉर्म-6 का गलत इस्तेमाल करके। राहुल गांधी ने शकुन रानी नामक वोटर का जिक्र किया और दावा किया कि शकुन रानी ने 2 बार मतदान किया और यह डबल वोटिंग ECI के डेटा में भी है।
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