
जयपुर: राजस्थान (Rajasthan) की सियासी फिजां बुधवार को उस समय गरमा गई जब ‘वोट चोरी’ (Vote Theft) के मुद्दे पर कांग्रेस (Congress) सड़कों पर उतर आई. कांग्रेस ने ‘हल्ला बोल’ का बिगुल बजा दिया. जयपुर (Jaipur) में पार्टी के कद्दावर नेता और हजारों कार्यकर्ता पीसीसी मुख्यालय इंदिरा गांधी भवन से शहीद स्मारक तक पैदल मार्च पर निकले. करीब 2 किलोमीटर के इस मार्च में नारेबाजी, तख्तियां और जोश से लबरेज कांग्रेसी कदम-कदम पर भाजपा (BJP) पर निशाना साधते नजर आए. यह सिर्फ एक विरोध नहीं था बल्कि कांग्रेस के लिए सियासी शक्ति प्रदर्शन का मंच भी था.
इस मार्च में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली समेत पार्टी के सभी बड़े चेहरे कदम से कदम मिलाते हुए सबसे आगे चल रहे थे. कार्यकर्ताओं में गजब का उत्साह था. ढोल बज रहे थे. नारे गूंज रहे थे और बैनर हवा में लहरा रहे थे. डोटासरा ने पैदल मार्च के दौरान ऐलान किया कि राजस्थान की चार लोकसभा सीटें जयपुर ग्रामीण, अलवर, बीकानेर और कोटा भाजपा ने वोट चोरी करके जीती हैं. बिना चोरी ये सीटें जीतना नामुमकिन था. कांग्रेस इन चारों सीटों के आंकड़े जनता के सामने रखेगी और 14 अगस्त को पूरे प्रदेश के जिला मुख्यालयों पर कैंडल मार्च करेगी.
डोटासरा ने साफ किया कि यह लड़ाई सिर्फ जयपुर में सीमित नहीं रहेगी बल्कि प्रदेश के हर कोने तक जाएगी. अशोक गहलोत ने विरोध प्रदर्शन को लोकतंत्र और संविधान की रक्षा की लड़ाई बताया. उन्होंने कहा कि यह सिर्फ कांग्रेस का मुद्दा नहीं बल्कि संविधान के अस्तित्व का सवाल है. संवैधानिक संस्थाओं पर जब सवाल उठने लगें तो जनता को समझ जाना चाहिए कि हालात गंभीर हैं. हम इस लड़ाई को मजबूती से जारी रखेंगे.
इस मौके पर सचिन पायलट ने भावुक अंदाज में कहा कि चुनाव में हार-जीत सामान्य है. लेकिन जब जनता का वोट चोरी हो जाए तो लोकतंत्र का असली मतलब ही खत्म हो जाता है. यह हर नागरिक के वोट के सम्मान का सवाल है. हम भाजपा का आसानी से पीछा नहीं छोड़ेंगे. वहीं टीकाराम जूली ने खुलासा किया कि कांग्रेस सिर्फ चार लोकसभा सीटों तक सीमित नहीं रहेगी. उन्होंने कहा कि हम भिवाड़ी और हवा महल जैसी विधानसभा सीटों के भी आंकड़े जुटा रहे हैं. वहां भाजपा अप्रत्याशित तरीके से जीती है. हम सबूतों के साथ जनता के बीच जाएंगे.
पैदल मार्च में कांग्रेस के सभी प्रकोष्ठ, सांसद, विधायक, प्रत्याशी और हाल ही में गठित कार्यकारिणियों के सदस्य शामिल हुए. जयपुर की सड़कों पर कांग्रेस का हाथ का प्रतीक हवा में लहरा रहा था. नारे गूंज रहे थे ‘वोट चोरी बंद करो’, ‘लोकतंत्र बचाओ’, ‘संविधान बचाओ’. आज जयपुर में कांग्रेस ने सिर्फ विरोध ही नहीं बल्कि आने वाले दिनों के लिए अपने तेवर और रणनीति साफ कर दी. उसने बता दिया कि यह लड़ाई अब सड़कों से लेकर विधानसभा और संसद तक लड़ी जाएगी.
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