
नागपुर। कांग्रेस (Congress) ने महाराष्ट्र (Maharashtra) के नागपुर (Nagpur) में सोमवार को हुई हिंसा को बेहद परेशान करने वाला करार दिया। साथ ही, कहा कि इससे केंद्र और राज्य दोनों जगहों पर सत्तारूढ़ प्रशासन की विचारधारा का असली चेहरा उजागर होता है। औरंगजेब की कब्र (Aurangzeb’s Tomb) को हटाने के लिए दक्षिणपंथी संगठन की ओर से प्रदर्शन किया गया। इस दौरान मुस्लिम समुदाय (Muslim community) के पवित्र ग्रंथ को जलाए जाने की अफवाह के बाद मध्य नागपुर में सोमवार को तनाव उत्पन्न हो गया और कई जगहों पर आगजनी व पथराव की घटनाएं हुईं।
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने चिटनिस पार्क और महल इलाकों में भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। बताया जा रहा है कि दोपहर में कोतवाली और गणेशपेठ तक हिंसा फैल गई। कांग्रेस के मीडिया एवं प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा कि नागपुर में दंगों की खबरें बेहद परेशान करने वाली हैं। खेड़ा ने कहा, ‘महल मुख्यमंत्री का अपना क्षेत्र है। नागपुर के 300 वर्षों के गतिशील अस्तित्व में वहां कभी दंगे नहीं हुए हैं।’ उन्होंने कहा कि पिछले कई दिनों से 300 साल पुराने इतिहास को हथियार बनाकर इसका इस्तेमाल विभाजन, ध्यान भटकाने और अशांति पैदा करने के लिए किया जा रहा है। ये हिंसा केंद्र और राज्य दोनों जगहों पर सत्तारूढ़ प्रशासन की विचारधारा का असली चेहरा उजागर करती हैं।’
नागपुर की जनता बहुत संवेदनशील: चंद्रशेखर बावनकुले
महाराष्ट्र के मंत्री और राज्य भाजपा प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा, ‘जिस प्रकार से घटना घटी है, किसी समाज कंटकों ने नागपुर को अशांत करने की कोशिश की है। हम सभी से अनुरोध करते हैं कि किसी भी अफवाह पर ध्यान ना दें। प्रशासन का सपोर्ट करें। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और हम सब घटना पर नजर रखे हुए हैं। अभी वहां स्थिति नियंत्रण में है।’ उन्होंने कहा कि नागपुर में जो स्थिति निर्माण हुई है, जिन लोगों ने भी वो स्थिति निर्माण की है, उन पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। पुलिस प्रशासन वहां मौजूद है। नागपुर की जनता बहुत संवेदनशील है। हमने नागपुर में कभी ऐसी घटना नहीं देखी।
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