
नई दिल्ली । पूर्व गृहमंत्री पी. चिदंबरम (P. Chidambaram) ने ऑपरेशन ब्लू स्टार (Operation Blue Star) पर बयान देकर राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज कर दी है। एक और उनकी अपनी पार्टी कांग्रेस (Congress) के लोग उनसे नाराज दिखाई दे रहे हैं, तो वहीं भारतीय जनता पार्टी (BJP) उनका समर्थन करती नजर आ रही है। भाजपा ने चिदंबरम के इस बयान को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इतिहास में यह सच्चाई दर्ज होनी चाहिए कि यह (ऑपरेशन) राष्ट्र की आवश्यकता की वजह से नहीं बल्कि इंदिरा गांधी के ‘‘राजनीतिक दुस्साहस’’ के कारण चलाया गया था। भाजपा ने सवाल किया कि क्या कांग्रेस अब ‘‘सच बोलने और झूठे विमर्श को उजागर करने” के लिए चिदंबरम के खिलाफ कार्रवाई करेगी?
भाजपा की तरफ से इस बयानबाजी में शामिल होते हुए केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, “चिदंबरम ने कांग्रेस की गलतियों को बहुत देर से स्वीकार किया है!” उन्होंने कहा, “पहले उन्होंने (चिदंबरम) खुलासा किया था कि अमेरिका और विदेशी ताकतों के भारी दबाव के कारण भारत मुंबई में हुए पाकिस्तानी आतंकवादी हमलों का जवाब नहीं दे सका, अब वह स्वीकार कर रहे हैं कि स्वर्ण मंदिर में ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ भी एक गलती थी।”
चिदंबरम के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता आर पी सिंह ने कांग्रेसकी आलोचना करते हुए कहा कि इतिहास में इस सच को भी दर्ज किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ कोई राष्ट्रीय जरूरत नहीं थी बल्कि यह एक ‘राजनीतिक दुस्साहस’ था। एक राष्ट्रवादी होने के नाते मेरा दृढ़ विश्वास है कि ऑपरेशन ब्लू स्टार पूरी तरह से टाला जा सकता था, पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम ने सही कहा है।”
क्या कहा था चिदंबरम ने?
पूर्व गृहमंत्री ने हिमाचल प्रदेश में एक कार्यक्रम के दौरान ऑपरेशन ब्लू स्टार को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था कि जून 1984 में स्वर्ण मंदिर में छिपे आतंकवादियों को पकड़ने के लिए चलाया गया ऑपरेशन ब्लू स्टार सही तरीका नहीं था और तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को इसकी कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी।
चिदंबरम ने आगे कहा, “सभी आतंकवादियों को पकड़ने का कोई और तरीका हो सकता था, लेकिन ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ गलत तरीका था और मैं इस बात से सहमत हूं कि श्रीमती गांधी ने इस गलती की कीमत अपनी जान देकर चुकाई। यह सेना, खुफिया विभाग, पुलिस और नागरिक सुरक्षा एजेंसियों का संयुक्त निर्णय था तथा आप पूरी तरह से श्रीमती गांधी को जिम्मेदार नहीं ठहरा सकते।”
आपको बता दें कई सालों के उग्रवाद के बाद दमदमी टकसाल के नेता जरनैल सिंह भिंडरावाले ने अपने आतंकवादी साथियों के साथ अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में डेरा डाल दिया था। उन्हें वहां से खदेड़ने के लिए तत्कालीन इंदिरा सरकार ने ऑपरेशन ब्लू स्टार चलाया था। इसी ऑपरेशन की वजह से पूर्व प्रधानमंत्री की सुरक्षा में तैनात दो सिख सुरक्षाबलों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved