
इंदौर. इंदौर (Indore) के भागीरथपुरा (Bhagirathpura) क्षेत्र में दूषित पानी (contaminated water) पीने से हड़कंप मच गया है। क्षेत्र के लगभग 150 लोग बीमार ( ill) हो गए हैं, जिन्हें उपचार के लिए विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने संज्ञान लिया है और प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा है।
प्रशासनिक मुस्तैदी और देर रात सैंपलिंग
घटना की गंभीरता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि नगर निगम और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग (PHE) के अधिकारी रात 2:00 बजे ही सक्रिय हो गए। टीम ने सोते हुए लोगों को जगाकर उनके घरों में आने वाले नर्मदा और बोरिंग के पानी के सैंपल लिए ताकि प्रदूषण के स्रोत का पता लगाया जा सके।
सुबह-सुबह नगर निगम आयुक्त दिलीप कुमार यादव, नर्मदा प्रोजेक्ट और PHE के आला अधिकारियों के साथ मौके पर पहुँचे। वर्तमान में पूरे क्षेत्र में पाँच नगर निगम की गाड़ियों से मुनादी (अनाउंसमेंट) करवाई जा रही है कि नागरिक पानी को उबालकर ही पिएं।
मुख्यमंत्री के निर्देश और वीआईपी दौरा
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव: उन्होंने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि सभी पीड़ितों को त्वरित और गुणवत्तापूर्ण इलाज मिले। उन्होंने कहा कि उपचार में कोई कोताही न बरती जाए।
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय: क्षेत्रीय विधायक और मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बीती रात परदेशीपुरा स्थित वर्मा नर्सिंग होम जाकर मरीजों का हाल-चाल जाना।
कलेक्टर शिवम वर्मा: कलेक्टर ने बताया कि घटना की विस्तृत जाँच के आदेश दे दिए गए हैं और स्वास्थ्य अमला पूरी तरह सक्रिय है।
अस्पतालों की स्थिति और राजनीति
बीमार लोगों का इलाज वर्मा नर्सिंग होम और एम.वाई. अस्पताल (MYH) में चल रहा है। इस मामले को लेकर अब राजनीतिक हलचल भी तेज हो गई है। शहर कांग्रेस अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे आज सुबह 9:00 बजे एम.वाई. अस्पताल पहुँचकर पीड़ितों से मुलाकात करेंगे।
जनता के लिए महत्वपूर्ण सलाह
स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम ने क्षेत्रवासियों के लिए
जारी किए ये निर्देश
नर्मदा या बोरिंग, किसी भी स्रोत का पानी बिना उबाले न पिएं।
पानी को पूरी तरह उबालने के बाद ठंडा करके ही उपयोग में लाएं।
यदि उल्टी, दस्त या पेट दर्द के लक्षण दिखें, तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें।
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