
इंदौर। इंदौर (Indore) के भागीरथपुरा क्षेत्र (Bhagirathpura Area) में दूषित पानी (Contaminated Water) के कारण फैली बीमारी और बढ़ती मौतों के आंकड़ों ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) ने मंगलवार को क्षेत्र का दौरा किया और चल रहे राहत कार्यों का जायजा लिया।
24 घंटे तैनात रहेगी मेडिकल टीम
मीडिया से चर्चा के दौरान मंत्री विजयवर्गीय ने बताया कि क्षेत्र में 24/7 (चौबीसों घंटे) डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टाफ की टीम तैनात कर दी गई है। क्षेत्र में दवाओं का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध कराया गया है ताकि मरीजों को तत्काल उपचार मिल सके।
निजी अस्पतालों में मुफ्त इलाज के निर्देश
उन्होंने स्पष्ट किया कि आसपास के सभी अस्पतालों को कड़े निर्देश दिए गए हैं कि भागीरथपुरा से आने वाले किसी भी मरीज का इलाज पूरी तरह मुफ्त किया जाए। उन्होंने कहा, “अस्पतालों को सूचित किया गया है कि वे इलाज का कोई भी खर्च मरीजों से न लें, इसकी जानकारी प्रशासन को दी जाए।”
बीमारी की जड़ तलाशने के लिए 70 से ज्यादा सैंपल लिए गए
दूषित पानी के स्रोत का पता लगाने के लिए प्रशासन युद्ध स्तर पर काम कर रहा है।
मौतों के आंकड़ों पर स्पष्टीकरण
क्षेत्र में हुई मौतों के सवाल पर मंत्री ने कहा कि अब तक 2 से 3 लोगों की मौत की सूचना है। उन्होंने बताया कि कल जिस बुजुर्ग व्यक्ति से वे मिलने गए थे, वह पहले से बीमार थे और अधिक उम्र होने के कारण डिहाइड्रेशन ने उनकी स्थिति बिगाड़ दी, जिससे उनकी मृत्यु हो गई।
दोषियों पर होगी कार्रवाई?
दोषियों पर कार्रवाई के सवाल को लेकर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि फिलहाल उनकी पहली प्राथमिकता लोगों को स्वस्थ करना और बीमारी को फैलने से रोकना है। उन्होंने कहा कि स्थिति सामान्य होने के बाद लापरवाही बरतने वालों पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
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