
मंदसौर । मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के मंदसौर (Mandsaur) में एक बार फिर सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल देखने को मिली है. एक मुस्लिम मिस्त्री नाहरुखान (Muslim Egyptian Nahrukhan) ने लंबे समय से पशुपतिनाथ मंदिर परिसर (Pashupatinath Temple Complex) में रखे हुए 3700 किलो के महाघंटे को आखिरकार स्थापित कर ही दिया है. अब इसका उद्घाटन जल्द प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) करेंगे. मंदिर समित इसके लिए तैयारियों में जुट गई है.
घंटे का हुआ ट्रायल
इस घंटे को काफी पहले मंगाया गया था, जिसे लंबे समय से सिर्फ लोगों के दर्शन के लिए रखा गया था, लेकिन अब नाहरू खान ने बिना कोई शुल्क लिए इसे मंदिर परिसर में स्थापित कर दिया है. उम्मीद जताई जा रही है की इस घंटे की गूंज दूर-दूर तक सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल बनकर गूंजेगी. रविवार शाम इसका ट्रायल किया गया.
विधायक ने की सराहना
मंदसौर विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने बताया कि इस काम के लिए नाहरुखान की सराहना की है. उन्होंने कहा कि नाहरू भाई की श्रद्धा है कि सामाजिक कामों में वो लगे रहते हैं. उन्होंने कहा कि हमने और कलेक्टर साहब ने इन से आग्रह किया तो इन्होंने यहां पर पेडेस्टल बनाकर घंटे को लगाया है.
15 दिन में स्थापित हुआ महाघंटा
मंदसौर कलेक्टर गौतम सिंह ने बताया कि जब उन्होंने ज्वाइन किया तो उन्हें लगा कि ये प्रदर्शित करने की चीज है, लेकिन महाघंटा अभियान के सदस्यों ने इसे लगाने का आग्रह किया तो लगा कि ये इसे सुरक्षित लगा पाना काफी खतरनाक है. हालांकि समाजसेवी नहरूखान से इसे लेकर जब बात हुई तो उन्होंने इस काम को पूरी करने का जिम्मा अपने सर लिया और 15 दिनों के भीतर इसे सुरक्षित स्थापित भी कर दिया.
कोरोना का में नाहरूखान ने किया सेवा का काम
नाहरूखान लंबे समय से समाज सेवा के काम से जुड़े रहे हैं. इन्होंने कोरोना काल में अस्पतालों को ऑटोमेटिक सेनीटाइजर मशीने दान दी थी. इसके अलावा वो क्षेत्र के मंदिरों में भी जनरेटर और सेंसर वाली घंटियां निशुल्क भेंट कर चुके हैं.
देश का सबसे वजनी घंटा
महाघंटा 73.75 इंच यानी 6 फीट लंबा एवं 66.50 इंच व्यास का है. महाघंटे को बजाने के लिए 200 किलो से अधिक का दोलन भी तैयार किया गया है. इसे बच्चे आसानी से बजा सके इसके लिए इसमें बैरिंग भी लगाया गया है. इसका वजन कुल 3700 किलो का है और ये देश में अकेला इतना वजनी महाघंटा है.
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