
जैक्सन: अमेरिका के मिसिसिपी राज्य में एक कैदी के लिए आखिरकार मौत की घड़ी आ गई है. रिचर्ड गेराल्ड जॉर्डन को आज से लगभग आधी सदी पहले, 1976 में एक महिला के अपहरण और हत्या के जुर्म में मौत की सज़ा सुनाई गई थी. अब, मिसिसिपी के सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया है कि उसे 25 जून को मृत्युदंड दिया जाएगा.
78 वर्षीय रिचर्ड गेराल्ड जॉर्डन ने अपनी सजा के खिलाफ कई बार अर्जी दी, लेकिन हर बार उसकी अपील को ठुकरा दिया गया. उसकी आखिरी अपील भी पिछले साल अक्टूबर में खारिज कर दी गई थी. सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में यह नहीं बताया है कि जॉर्डन को किस तरीके से मौत दी जाएगी. मिसिसिपी के कानून में मौत की सज़ा देने के लिए कई तरीके हैं, जैसे जहरीला इंजेक्शन, नाइट्रोजन गैस, बिजली का झटका या गोली मारना.
मिसिसिपी सुप्रीम कोर्ट के रिकॉर्ड के मुताबिक जॉर्डन ने जनवरी 1976 में एडविना मार्टर नाम की एक महिला का अपहरण किया था और फिर हैरिसन काउंटी के एक जंगल में उसे गोली मारकर मार डाला था. इसके बाद जॉर्डन ने महिला के पति चार्ल्स मार्टर को फोन किया और झूठ बोला कि उनकी पत्नी सुरक्षित है. उसने पत्नी को छोड़ने के बदले 25,000 अमेरिकी डॉलर की फिरौती भी मांगी थी.
कोर्ट के आदेश में कहा गया है कि सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद यह पाया गया कि जॉर्डन ने अपने बचाव के लिए राज्य और केंद्र सरकार के सभी कानूनी विकल्पों का इस्तेमाल कर लिया है. जब सारे रास्ते बंद हो गए तो अब उसे मृत्युदंड दिया जाएगा. मिसिसिपी में आखिरी बार मौत की सज़ा दिसंबर 2022 में दी गई थी.
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