
इंदौर। धड़ल्ले से खुल रहे मेरिज गार्डनों द्वारा किसी तरह के नियमों का पालन नहीं किया जाता। अभी शादियों के मौसम में अन्नपूर्णा बायपास से लेकर एमआर-10 सहित अन्य क्षेत्रों में भीषण जाम लगता है। अग्रिबाण ने कल ही इस मुद््दे को उठाया और जिम्मेदार अधिकारियों से चर्चा भी की, जिसके चलते कल यातायात विभाग ने मेट्रो प्रोजेक्ट, पीडब्ल्यूडी, निगम के साथ मैरिज गार्डन संचालकों की बैठक बुलाई, जिसमें अधूरे कार्यों को पूरा करने के साथ-साथ अवैध पार्किंग के मामले में कार्रवाई का निर्णय लिया गया। साथ ही होटलों और मैरिज गार्डन संचालकों को स्पष्ट कहा गया कि मास्टर प्लान के प्रावधान के मुताबिक 40 फीसदी पार्किंग का क्षेत्र उन्हें गार्डन या होटल के भीतर ही छोडऩा पड़ेगा। अन्यथा सील करने की कार्रवाई की जाएगी। कुछ वर्ष पूर्व प्रशासन ने इस तरह की कार्रवाई शुरू भी करवाई थी।
सडक़ सुरक्षा समिति की तमाम बैठकों में यातायात सुगम करने से लेकर पार्किंग सहित अन्य समस्याओं पर ढेरों निर्णय तो लिए जाते हैं, मगर उन पर मैदानी अमल नहीं होता। अभी परसों रात को एमआर-10 चंद्रगुप्त मौर्य चौराहा से लेकर बापट तक जो तीन घंटे का भीषण जाम लगा उसके बाद जिम्मेदारों की नींद खुली और पुलिस कमिश्रर संतोष कुमार सिंह ने भी अधिनस्थों को पूरे समय सडक़ों पर उतरने के निर्देश दिए। वहीं एसीपी परदेशीपुरा के कार्यालय पर यातायात, मेट्रो, पीडब्ल्यूडी, निगम अधिकारियों की बैठक भी हुई, जिसमें भानगढ़ की ओर जाने वाले मार्ग पर निर्माण कार्य लम्बित रहने, चंद्रगुप्त चौराहा से कनकनेश्वरी की ओर जाने वाले मार्ग पर 800 मीटर तक निर्माण कार्य लम्बित रहने, अवैध चाट-पकौड़ी, सब्जी-फल ठेले, पान की गुमटियों के अतिक्रमणों से लेकर चौराहों पर प्रकाश व्यवस्था नहीं रहने के संबंध में कार्रवाई करने को कहा गया। इसी तरह मेट्रो से जुड़े अधिकारियों से कहा गया कि चंद्रगुप्त चौराहा से एमआर-10 की सडक़ पर दोनों ओर चौड़ी बेरिकेडिंग कर दी गई, जिससे बॉटल नेक की स्थिति बन गई और सिक्स लेन पर मात्र 2 लेन में यातायात चल रहा है, जिसके कारणजाम लगता है। लिहाजा बेरिकेडिंग को कम करने को कहा गया और जहां पर काम हो चुका है वहां से बेरिकेडिंग हटाने की भी चर्चा हुई।
पीडब्ल्यूडी विभाग से भी कहा कि लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन के पास बाणगंगा रेलवे क्रॉसिंग और मालवा वनस्पति में भागीरथपुरा रेलवे क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज बनाने के कारण मार्ग बंद कर दिया है, जिसके कारण बापट, मारुति नगर चौराहा, मरीमाता तक यातायात का दबाव बढ़ गया है। लिहाजा यातायात सुगम करने के प्रयास किए जाएं। सभी होटलों और मेरिज गार्डन संचालकों को स्पष्ट निर्देश दिए कि बाहर सडक़ पर अवैध पार्किंग नहीं होने दी जाएगी और गार्डन-होटलों के भीतर ही पार्किंग की व्यवस्था की जाए और पर्याप्त प्रकाश के साथ-साथ गार्ड भी तैनात हों। एसीपी ट्रैफिक सुप्रिया चौधरी ने बताया कि सभी मैरिज गार्डन संचालकों को इस बात की हिदायत दी गई है और अब अगर बेतरतीब पार्किंग उनके सामने पाई गई तो लाइसेंस निरस्ती के साथ सील करने की कार्रवाई भी की जाएगी। दूसरी तरफ क्षिप्रा-सांवेर मार्ग पर भी कल रात दो किलोमीटर लम्बा जाम लगा रहा। किसान नेता हंसराज मंडलोई ने मांग की कि इंदौर-उज्जैन मार्ग को जोडऩे वाले क्षिप्रा-सांवेर और मांगलिया व्यासखेड़ी, तराना-सांवेर मार्ग को सिक्सलेन में परिवर्तित किया जाए। वहीं नगर निगम द्वारा जो अभी पहले चरण में मास्टर प्लान की 8 सडक़ों का काम शुरू किया जा रहा है, उसको लेकर भी निगमायुक्त शिवम वर्मा ने समीक्षा बैठक बुलाई, जिसमें इसी हफ्ते काम शुरू करने के साथ सेंट्रल लाइन डालने और नोटिस जारी करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए। इसके साथ ही सुभाष मार्ग की नपती कर सेंट्रल लाइन डालने की शुरुआत भी आज से की गई। गोल मंदिर से रामबाग पुल तक 1300 मीटर लम्बी और 30 मीटर चौड़ी सडक़ निगम बना रहा है। हालांकि रहवासियों-दुकानदारों का विरोध भी है और सडक़ की चौड़ाई घटाने की मांग भी की जा रही है।
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