
नई दिल्ली. दिल्ली (Delhi) में भारी बारिश (heavy rain) और यमुना (Yamuna) के जलस्तर से कई निचले इलाकों में बाढ़ (flooded) जैसे हालात बने हुए है. यमुना नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है. यमुना के बढ़ते जलस्तर ने यमुना बाजार, गीता कॉलोनी, मजनू का टीला, कश्मीरी गेट और मयूर विहार जैसे इलाकों में बुरा हाल है. अब तक 14,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. राहत और बचाव कार्य जारी हैं.
ड्रोन विजुअल में देखिए दिल्ली बाढ़ का हाल
आईटीओ, मयूर विहार और गीता कॉलोनी में लोगों के लिए राहत शिविर लगाए गए हैं. यमुना बाजार, सिविल लाइन्स समेत कई इलाकों में भी बाढ़ का पानी घुस गया है.
यमुना के आस-पास के निचले इलाकों में हालात काफी खराब हैं. लोगों को रेस्क्यू करके सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा रहा है. लेकिन दिल्ली के लिए मुश्किल इसलिए ज्यादा बढ़ रही है क्योंकि अब यमुना का पानी दिल्ली के पॉश इलाकों में घुस रहा है. सड़कों पर दरिया बह रहा है.
वासुदेव घाट, निगम बोध घाट, मॉनेस्ट्री और मजनूं का टीला भी पानी में डूबे नजर आ रहे है. निगम बोध घाट, पुराना लोहा पुल, ISBT, बुराड़ी से लेकर न्यू उस्मानपुर और नजफगढ़ में भी यमुना का पानी कॉलोनियों में घुस चुका है.
इधर, कालिंदी कुंज में भी यमुना रौद्र रूप में बह रही है, जिसके बाद आस-पास के निचले इलाकों में पानी भर गया है. इस बीच मौसम विभाग (IMD) ने आज, 5 सितंबर को भी दिल्ली-एनसीआर में बारिश की संभावना जताई है.
लोहा पुल पर यमुना का रौद्र रूप
यमुना नदी के विकराल रूप को देखते हुए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने 2 सितंबर 2025 से पुराने लोहे के पुल को बंद कर दिया है. इस पुल पर गाड़ियों और पैदल यात्रियों का आना-जाना पूरी तरह से रोक दिया गया है. ट्रैफिक पुलिस ने गाड़ियों के लिए डायवर्जन रूट तय किए हैं.
यमुना के पानी में तैरने लगे राहत शिविर और टेंट
यमुना बाजार में बाढ़ से निकालकर जहां लोगों को रखने का प्लान था उस प्लान पर पानी फिर गया है. शरणार्थियों के लिए जो टेंट लगाए गए थे वो भी तैरने लगे. हालांकि, यमुना का जलस्तर अब कुछ कम होने लगा है लेकिन उफान अभी बरकरार है.
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