
उज्जैन। शहर में अब तक डेंगू के 50 से ज्यादा पीडि़त मिल चुके हैं और सभी का उपचार चल रहा है। इधर कुछ मरीज ठीक हुए मगर उन्हें शरीर में कमजोरी, बदन व जोड़ों के दर्द से निजात नहीं मिली है। डेंगू की चपेट में आने वालों में बच्चे भी शामिल हैं।
स्वास्थ्य विभाग इस बात का विशेष ध्यान रख रहा है कि डेंगू का वायरस अपना वेरिएंट तो नहीं बदल रहा है। सरकारी आंकड़ों के हिसाब से अभी तक 50 डेंगू पीडि़तों की पहचान हो चुकी है। जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. एस.के. अखंड का कहना है कि यह सही है कि शहर में हर दिन डेंगू के मरीजों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है, मगर जितने मरीज मिल रहे हैं, उनमें से डेंगू के लक्षण स्पष्ट दिखाई दे रहे हैं। डेंगू पीडि़तों में पुरुष, बच्चे व महिलाएं शामिल हैं।
4 वेरिएंट का होता है डेंगू वायरस-गमलों और बाटलों में पनप रहा
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार डेंगू वायरस के 4 वेरिएंट होते हैं, जो डेन -1, डेन-2, डेन-3 और डेन-4 हैं, मगर इनमें से मुख्य 3 वेरिएंट होते हैं।
उज्जैन में अभी तक डेंगू का डेन-1 वेरिएंट, इसलिए खतरा कम.. सावधानी जरूरी
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार उज्जैन में अभी तक डेंगू वायरस का वेरिएंट डेन -1 में ही है। चिंता की कोई बात नहीं है। नए मरीज मिल रहे हैं तो उससे 3 गुना मरीज ठीक हो रहे हैं। हमारी टीमें लगातार लार्वा का सर्वे कर रही हैं। जहां लार्वा पॉजिटिव मिल रहा है, वहां इसे तुरंत नष्ट किया जा रहा है। रहवासियों को समझाइश दी जा रही है कि डेंगू के लक्षण महसूस होने पर स्वयं दवाई न लें, तुरंत डॉक्टर को दिखाएं और ब्लड की जांच कराएं।
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