
नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने लोकसभा (Lok Sabha) में ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) पर बहस की शुरुआत करते हुए कहा कि मैं उन बहादुर सैनिकों (Troops) को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं, जिन्होंने देश के लिए अपना बलिदान दिया है। उन्होंने कहा कि पहलगाम में कायराना आतंकी हमला हुआ। हमने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए मां-बहनों का बदला लिया। ऑपरेशन सिंदूर से पहले हर पहलू पर ध्यान दिया गया। ऑपरेशन सिंदूर में 100 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए।
लोकसभा में राजनाथ सिंह ने कहा कि यह कहना गलत है कि किसी दबाव में ऑपरेशन सिंदूर को रोका गया था। रक्षा मंत्री ने कहा, “हमारे सशस्त्र बलों द्वारा किए गए समन्वित हमलों ने 9 आतंकवादी बुनियादी ढांचे के लक्ष्यों को सटीकता से मारा। इस सैन्य अभियान में, यह अनुमान है कि 100 से अधिक आतंकवादी, उनके प्रशिक्षक, हैंडलर और सहयोगी मारे गए। इनमें से अधिकांश जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकवादी संगठनों से जुड़े थे। पूरा ऑपरेशन 22 मिनट के अंदर पूरा कर लिया गया।”
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “हमारी कार्रवाई पूरी तरह से आत्मरक्षा में थी, न तो उकसावे वाली थी और न ही विस्तारवादी। फिर भी 10 मई को लगभग 1:30 बजे पाकिस्तान ने मिसाइलों, ड्रोन, रॉकेट और अन्य लंबी दूरी के हथियारों का उपयोग करके भारत पर बड़े पैमाने पर हमला किया।” उन्होंने कहा, “S-400, आकाश मिसाइल प्रणाली, वायु रक्षा बंदूकें बहुत उपयोगी साबित हुईं और पाकिस्तान के इस हमले को पूरी तरह से विफल कर दिया।”
राजनाथ सिंह ने आगे कहा, “…भारत ने अपनी कार्रवाई रोक दी, क्योंकि पूर्वनिर्धारित राजनीतिक और सैन्य उद्देश्य पूरे हो गए थे। यह कहना कि किसी दबाव में यह ऑपरेशन रोका गया, निराधार और बिल्कुल गलत है… अपने राजनीतिक जीवन में मैंने हमेशा झूठ न बोलने की कोशिश की है। ” उन्होंने कहा, “मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि हमारी वायु रक्षा प्रणाली, काउंटर-ड्रोन प्रणाली और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों ने पाकिस्तान के इस हमले को पूरी तरह से विफल कर दिया। पाकिस्तान हमारे किसी भी लक्ष्य को भेद नहीं सका और हमारी किसी भी महत्वपूर्ण संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचा। हमारी सुरक्षा व्यवस्था अभेद्य थी और हर हमले को विफल कर दिया गया।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved