
नई दिल्ली। दिवाली (Diwali) की रात दिल्ली (Delhi) की हवा की गुणवत्ता (Air Quality) खराब स्थिति में बनी रही. लेकिन, राहत की बात यह रही कि पिछली दिवाली की रात यानी 31 अक्तूबर 2024 की तुलना में इस बार राजधानी की हवा उतनी नहीं जहरीली हुई. मंगलवार की सुबह करीब 5 बजे दिल्ली (Delhi) में एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी एक्यूआई लेवल (Air Quality Index – AQI Level) 300 से 350 के बीच दर्ज किया गया, जो बीती दिवाली की रात से करीब-करीब आधा है. द्वारका सेक्टर में 338, बुराड़ी 387, आईजीआई एयरपोर्ट 299, पड़पड़गंज 343, मुंडका 350, आनंद विहार 341, चांदनी चौक 341, मंदिर मार्ग में 328 और आईटीओ में 347 दर्ज किया गया. लोधी रोड में 315 प्वाइंट और पुसा में 351 प्वाइंट एक्यूआई लेवल था.
6 बजे AQI लेवल
बवाना में 418, वजीरपुर में 408, जहांगीरपुरी में 404, बुराड़ी क्रॉसिंग 393, शादीपुर में 393, द्वारका में 389 और आनंद विहार में 352 दर्ज किया गया. सीपीसीबी के मुताबिक दिल्ली का ओवरऑल AQI 346 रहा. मेजर ध्यान चंद स्टेडियम में 358, आया नगर में 349 और चांदनी चौक 347 एक्यूआई दर्ज किया गया.
बीते साल 31 अक्तूबर की रात दिल्ली-एनसीआर में एक्यूआई लेवल 900 प्वाइंट को भी पार कर गया था. एनसीआर के वैशाली में यह 911 प्वाइंट था. जबकि दिल्ली के कड़कड़डूमा में यह 806 रिकॉर्ड किया गया. बीते साल राजधानी के करीब-करीब सभी इलाकों में एक्यूआई लेवल 600 के आसपास बना रहा।
हालांकि, इस बार दिल्ली वाले इस बार अपेक्षाकृत राहत की सांस ले सकते हैं. दिवाली के दिन सोमवार को दिल्ली की वायु गुणवत्ता खराब रही और 38 निगरानी स्टेशन में से 34 पर प्रदूषण का स्तर ‘रेड जोन’ में दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ से ‘गंभीर’ वायु गुणवता दर्शाता है. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार शाम चार बजे दिल्ली का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 345 था जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है, जबकि रविवार को यह 326 दर्ज किया गया था.
सोमवार को 400 के पार गया था एएक्यूआई
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के ‘समीर’ ऐप के अनुसार, चार निगरानी स्टेशन ने पहले से ही वायु गुणवत्ता को ‘गंभीर’ श्रेणी में बताया, जिसमें एक्यूआई का स्तर 400 से ऊपर था. इसमें द्वारका में एक्यूआई 417, अशोक विहार में 404, वजीरपुर में 423 और आनंद विहार में 404 में दर्ज किया गया.
दिल्ली में करीब 30 निगरानी स्टेशन ने एक्यूआई को ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बताया जिसमें इसका स्तर 300 से ऊपर था. आंकड़ों के अनुसार, दोपहर में 38 निगरानी स्टेशन में से 31 पर वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई, जबकि तीन स्टेशन में यह ‘गंभीर’ श्रेणी में थी. दिल्ली में मंगलवार और बुधवार को वायु गुणवत्ता के ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच जाने की आशंका है. शून्य से 50 के बीच एक्यूआई ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है.
निर्णय समर्थन प्रणाली (डीएसएस) के आंकड़ों से पता लगा है कि दिल्ली में सोमवार को वायु प्रदूषण में परिवहन उत्सर्जन का योगदान 15.6 प्रतिशत रहा, जबकि उद्योगों सहित अन्य कारकों का योगदान 23.3 प्रतिशत था. इससे पहले, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने दिल्ली-एनसीआर में चरणबद्ध प्रतिक्रिया कार्ययोजना (जीआरएपी) के दूसरे चरण के प्रतिबंध लागू कर दिए.
सुप्रीम कोर्ट ने 15 अक्टूबर को कुछ शर्तों के साथ दिल्ली-एनसीआर में हरित पटाखों की बिक्री और उनके इस्तेमाल की अनुमति दे दी थी. इसके तहत दिवाली से एक दिन पहले और त्योहार के दिन सुबह छह बजे से शाम सात बजे के बीच और फिर रात आठ बजे से 10 बजे तक हरित पटाखे फोड़ने की अनुमति दी गई थी।
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