
नई दिल्ली । केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान (Union Minister Chirag Paswan)ने कहा कि कुढ़नी की बेटी को हर हाल में न्याय मिलेगा। पीएमसीएच के डाक्टरों (Doctors at PMCH)को कड़ी से कड़ी सजा(severe punishment) मिलनी चाहिए। मौत से जूझ रही बच्ची को गंभीर हालत में छह घंटे तक एंबुलेंस में छोड़ दिया गया था, जिस कारण उसकी जान चली गई। इससे बड़ा अपराध और क्या हो सकता है। वे शनिवार को दुष्कर्म पीड़िता के परिजनों से मुलाकात के दौरान बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि पीड़िता के परिजनों के साथ सरकार खड़ी है।
चिराग पासवान मुजफ्फरपुर के तुर्की भी गए, जहां पीड़ित परिवार से मिलकर पूरे मामले की ली। उन्होंने कहा कि थानेदार ने स्थानीय नेता से मिलकर मामले को दबाने का प्रयास किया। उसके बाद पीड़ित परिवार को दूसरे थाने में प्राथमिकी दर्ज करानी पड़ी। डीएसपी पश्चिमी ने पीड़िता का छह घंटे तक मेडिकल जांच नहीं कराई। उन्होंने कहा कि उच्चस्तरीय जांच की जा रही है। आरोपित को संरक्षण देनेवाले बख्शे नहीं जाएंगे। आरोपित की आय से अधिक संपत्ति की भी जांच होगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात कर स्पीडी ट्रायल चलाकर आरोपित को सजा दिलाई जाएगी।
आपको बता दें कि 26 मई को मुज़फ्फरपुर ज़िले के कुढ़नी क्षेत्र में नौ वर्षीय दलित बालिका के साथ सामूहिक दुष्कर्म और फिर नृशंस हत्या की प्रयास किया गया था। मासूम बच्ची का गला काटा गया था। बाद में बच्ची को इलाज के लिए उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल एसकेएमसीएच में भर्ती करवाया गया था। लेकिन बाद में बच्ची को पटना स्थित पीएमसीएच में रेफर कर दिया गया था। पीएमसीएच में बच्ची के इलाज में घोर लापरवाही का आरोप लगा था। इस बीच आखिरकार पीड़ित बच्ची जिंदगी की जंग हार गई थी। बच्ची की मौत के बाद कांग्रेस और राजद के नेताओं ने भी इसपर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था बेपटरी हो गई है और पीएमसीएच में डॉक्टर मनमानी कर रहे हैं।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved