
इंदौर। सडक़ दुर्घटना के दौरान सबसे ज्यादा मौत और विकलांगता सिर में चोट लगने की वजह से आ रही हं।ै ऐसी घटनाएं शहर में हर दिन बढ़ रही हैं। दिमाग का इलाज करने वाले न्यूरोलॉजिकल डॉक्टरो ने आज शहर को सुरक्षित करने के लिए न्यूरोथोंन का आयोजन किया। ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर से शुरू हुई वॉक विजयनगर चौराहे तक जागरूकता फैला रही थी। डॉक्टरो ने सिर को सुरक्षित रखने के साथ यातायात के नियमों का पालन करने की भी शपथ दिलाई। हेलमेट पहनने के साथ-साथ चार पहिया वाहन में सीट बेल्ट लगाने के साथ स्वच्छता के बाद इंदौर को यातायात का सरताज बनाने की शपथ दिलाई गई।
इंदौर में न्यूरोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया के एनएसआईकॉन 2025 के तहत आयोजित न्यूरोथॉन: रन फॉर ब्रेन, वियर हेलमेट जागरूकता मुहिम की शुरुआत आज सुबह शपथ ग्रहण के साथ हुई। 3.5 किलोमीटर की दौड़ और वॉक में न्यूरोलॉजिस्ट, न्यूरोसर्जन और भावी डॉक्टर प्रतिभागियों के रूप में सहमिल हुए। दिमाग का इलाज करने वाले डॉक्टर ने न केवल उच्च तकनीक के माध्यम से इलाज को बढ़ावा देने की बात कही, बल्कि सडक़ सुरक्षा, हेलमेट उपयोग और मस्तिष्क की सुरक्षा के लिए जागरूकता बढ़ाने की शपथ ली।

परिवार में चलेगा रोकटोक अभियान
यातायात विभाग द्वारा चालानी कार्रवाई करने के बावजूद भी हेलमेट पहनने की जागरूकता अब भी शहरवासियों में नहीं आ रही है। जिसे देखते हुए अब हर घर में रोकटोक का अभियान चलाया जाएगा। बच्चे माता-पिता को टोके कि बिना हेलमेट के गाड़ी चलाना और बिना सीट बेल्ट लगाए ड्राइविंग करना कितना खतरनाक है। दुर्घटना के बाद विकलांगता के बढ़ते आंकड़ों की जानकारी दी जाए व बच्चों को यह एहसास दिलाया जाए कि वह और उनकी जिंदगी कितनी अमूल्य है ।
जिन्हें दिल, किडनी, लिवर मिला वह भी दौड़े और जिनके परिवार ने डोनेशन किया वे भी साथ चले
शहर में ऑर्गन डोनेशन के प्रति जागरूकता और अंगदान के महत्व को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से आज रविवार को नेहरू स्टेडियम से पलासिया तक एक प्रेरणादायी दौड़ का आयोजन किया गया। इस दौड़ की सबसे खास बात यह रही कि इसमें वे लोग भी शामिल हुए, जिन्हें किसी का दिल, किडनी या लिवर मिला है और जिन्होंने अंगदान के बाद नया जीवन पाया है, वहीं जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों के अंग दान कर दूसरों को जीवन दिया, वे भी इस दौड़ में कंधे से कंधा मिलाकर चलते नजर आए।
मिताश फाउंडेशन द्वारा आयोजित की गई द ग्रैंड वॉकेथोन में हाथ में बैनर- पोस्टर लिए छात्र जहां दौड़ रहे थे, वहीं बुजुर्गों ने भी अपने हौसले के दम पर कदमताल की। शहर में ऑर्गन डोनेशन की तीसरी दाता के रूप में नाम दर्ज कराने वाली सोनिया चौहान तथा हाल ही में अंगदान करने वाली एडवोकेट अभिजीता राठौर के परिवार की उपस्थिति ने कार्यक्रम को भावनात्मक और प्रेरक बना दिया। अपने परिजन को खोने का दुख इन परिवारों के चेहरों पर कम और दूसरों को जीवन देने का गर्व अधिक दिखाई दिया। उन्होंने इस दर्द को हौसले में बदलते हुए दौड़ में सहभागिता कर समाज को मजबूत संदेश दिया।
डाक्टर्स सहित हेल्थ लवर्स ने रालामण्डल की पहाडिय़ों पर लगाई दौड़इंदौर। शहर की इंदौर सुपर चार्जर्स और हेल्थ वेल फेयर सोसायटी संस्था द्वारा रालामण्डल अभयारण्य में दौड़ का आयोजन किया गया। इसका नाम रालामण्डल हिल रन था। इसमें शहर के कई नामचीन डाक्टर्स, प्रोफेसर्स, इंजीनियर्स, वकील सहित वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी शामिल थे।
जब आधे से ज्यादा शहर रजाई अथवा गर्म कपड़ों में दुबका पड़ा था, तब शहर के सैकड़ों हेल्थ लवर्स और पर्यावरण प्रेमी दौड़ लगाने रालामण्डल अभयारण्य की पहाडिय़ों पर पहुंच चुके थे। इस रालामण्डल हिल रन का अयोजन पिछले 8 सालों से किया जा रहा है। इस दौड़ में बच्चे, किशोर, लड़कियां, महिलाएं सभी उम्र के धावक शामिल थे। रालामण्डल हिल रन में दौडऩे वाले धावकों को हरी झंडी वन विभाग के प्रधान मुख्य वनसंरक्षक हेड आफ द फॉरेस्ट फोर्स वीएन अम्बाडे ने दिखाई। इस दौरान वन विभाग के डीएफओ, एसडीओ, फ़ॉरेस्ट रेंजर्स, डिप्टी रेंजर्स सभी मौजूद थे।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved