
वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका की सुरक्षा के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने इजरायल के ‘आयरन डोम’ की तरह अमेरिका के लिए भी एक वायु रक्षा प्रणाली बनाने का फैसला किया है। इस संबंध में उन्होंने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं। इजरायल पर 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने हमला किया था, और ‘आयरन डोम’ ने हमास, हिजबुल्लाह और ईरान की ओर से दागे गए हजारों रॉकेट और मिसाइलों को रोका था।
इस आदेश के अनुसार, रक्षा मंत्री को अगले 60 दिनों में मिसाइल डिफेंस सिस्टम की संरचना और इसके लिए अनुमानित लागत का बजट प्रस्तुत करना होगा। अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ को अमेरिका के लिए रणनीतिक मिसाइल खतरे का आकलन भी प्रस्तुत करना होगा। इसके अलावा, उन जगहों की सूची भी देनी होगी, जहां ‘आयरन डोम’ सिस्टम को तैनात किया जा सकता है, ताकि परमाणु हथियार से संपन्न दुश्मनों से सुरक्षा की जा सके।
ट्रंप ने कहा कि ‘आयरन डोम’ पूर्व राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन की ओर से शुरू किए गए अधूरे एजेंडे को पूरा करेगा। कार्यकारी आदेश में ट्रंप ने कहा कि रीगन ने परमाणु हमलों के खिलाफ एक प्रभावी रक्षा तंत्र बनाने का प्रयास किया था। इस कार्यक्रम ने कई तकनीकी प्रगति की, लेकिन इसे अपने लक्ष्य को प्राप्त करने से पहले रद्द कर दिया गया। आदेश के मुताबिक, ‘आयरन डोम फॉर अमेरिका’ नामक प्रणाली में एक बहु-स्तरीय नेटवर्क होगा। यह अमेरिकी आयरन डोम पूरे अमेरिका को एक सामान्य वायु रक्षा प्रदान करेगा और हमलों को रोकेगा, साथ ही अमेरिका की मुख्य भूमि पर महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे की रक्षा करेगा।
अमेरिका के पास दुनिया की सबसे ताकतवर सेना है, लेकिन उसके दुश्मन भी उतने ही ताकतवर हैं। अमेरिका को सबसे बड़ा खतरा परमाणु हथियार से है। उसके दुश्मनों में चीन, रूस, उत्तर कोरिया, क्यूबा और ईरान शामिल हैं। चीन और रूस से संघर्ष का खतरा हमेशा बना रहता है, लेकिन अचानक से युद्ध शुरू होने की संभावना कम है। उत्तर कोरिया एक ऐसा देश है जो लगातार अपनी ताकत दिखाने के लिए अमेरिका की ओर घातक मिसाइलें दागता रहता है। यही कारण है कि अमेरिका एक मजबूत एयर डिफेंस सिस्टम बनाना चाहता है।
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