वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की ओर से शुरू किए गए निर्वासन कार्यक्रम की फिर से शुरुआत हो गई है। सुप्रीम कोर्ट (SC) की ओर से बैन हटाने के बाद यह कार्यक्रम दोबारा शुरू हुआ है। इसके तहत 5 देशों के पांच नागरिकों को अफ्रीकी देश (African Country) एस्वातिनी भेजा गया है। अमेरिका के गृह सुरक्षा विभाग ने मंगलवार को यह जानकारी दी। अमेरिकी उच्चतम न्यायालय ने हाल ही में लोगों को उन देशों में भेजने पर लगाया गया प्रतिबंध हटा दिया था, जहां से उनका कोई संबंध नहीं है। इसके बाद ट्रंप प्रशासन ने आठ लोगों को एक अन्य अफ्रीकी देश दक्षिण सूडान निर्वासित कर दिया था।
ट्रंप प्रशासन ने कहा है कि वह अमेरिका से निर्वासित प्रवासियों को स्वीकार करने के लिए अफ्रीकी देशों के साथ और समझौते करने की कोशिश कर रहा है। नाइजीरिया सहित कुछ देशों ने ऐसे समझौते का विरोध किया है। उन्होंने कहा है कि वह दूसरे देशों के निर्वासित नागरिकों को लेने के अमेरिकी दबाव के आगे नहीं झुकेंगे।
कहां बसा है एस्वातिनी, जहां भेजे जा रहे अवैध प्रवासी
अमेरिका ने वेनेजुएला के सैकड़ों नागरिकों और अन्य लोगों को कोस्टा रिका, अल साल्वाडोर और पनामा भी भेजा है। एस्वातिनी लगभग 12 लाख की आबादी वाला अफ्रीकी देश है, जो दक्षिण अफ्रीका और मोजाम्बिक से घिरा हुआ है। यह अफ्रीका का एकमात्र और दुनिया के चुनिंदा राजतंत्रों में से एक है। महाराज मस्वाती तृतीय 1986 से इस पर शासन कर रहे हैं। एस्वातीनी को पहले स्वाजीलैंड के नाम से जाना जाता था।
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