
नई दिल्ली. व्हाइट हाउस (White House) ने ईरान (Iran) को चेतावनी देते हुए सोमवार को कहा कि उसे अमेरिका (America) को गंभीरता से लेना चाहिए. व्हाइट हाउस की ओर से राष्ट्रपति ट्रंप (Donald Trump) के बयान को दोहराते हुए कहा गया कि अगर यमन में हूती (Houthi) विद्रोहियों द्वारा कोई हमला किया जाता है तो इसके लिए तेहरान को ही जिम्मेदार माना जाएगा.
व्हाइट हाउस की ओर से बयान में कहा गया है कि यमन में हो रहे हमले को लेकर ट्रंप का इरादा पक्का है और उनकी चेतावनियों को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए. दरअसल, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की है कि वे यमन के तेहरान समर्थित हूती विद्रोहियों द्वारा भविष्य में किए जाने वाले किसी भी हमले के लिए सीधे तौर पर ईरान को जिम्मेदार ठहराएंगे.
ट्रंप ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, ‘अब से हूतियों द्वारा चलाई गई हर गोली को ईरान के हथियारों और नेतृत्व से चलाई गई गोली के रूप में देखा जाएगा. ईरान को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा और इसके परिणाम भुगतने होंगे और ये परिणाम भयानक होंगे!’
बता दें कि अमेरिका ने यमन में हूती विद्रोहियों पर एयरस्ट्राइक की है. इसमें कम से कम 53 लोगों के मारे जाने की खबर है. हालांकि, अमेरिका के इस हमले का जवाब देते हुए हूती लड़ाकों ने कहा है कि वे लाल सागर में अमेरिकी जहाजों को निशाना बनाना जारी रखेंगे और अमेरिका के हर हमले का जवाब देंगे.
हाल ही में ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्ला अली खामेनेई ने अमेरिका के साथ न्यूक्लियर डील पर किसी भी तरह की बातचतीत के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भेजी गई चिट्ठी के जवाब में उन्होंने उनसे बातचीत करने से इनकार कर दिया था. ट्रंप ने पिछले सप्ताह ऐलान किया था कि उन्होंने खामेनेई को एक चिट्ठी भेजकर न्यूक्लियर डील का प्रस्ताव दिया है.
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