
नई दिल्ली । यूक्रेन युद्ध (ukraine war)खत्म करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति(us President) डोनाल्ड ट्रंप(donald trump) मंगलवार को रूस के राष्ट्रपति (President of Russia)व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin)से बात करने वाले हैं। जानकारों का कहना है कि यह बातचीत युद्ध खत्म करने को लेकर निर्णायक हो सकती है। वहीं अमेरिकी विदेश नीति में बदलाव को लेकर भी यह डोनाल्ड ट्रंप के लिए बड़ा मौका साबित हो सकता है। डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार शाम को ‘एयरफोर्स वन’ में सवार होकर फ्लोरिडा से वाशिंगटन जाते समय पत्रकारों को इस संबंध में जानकारी दी।
यूक्रेन की तीन शर्तें
वहीं बातचीत से पहले ही यूक्रेन ने तीन शर्तें रख दी हैं। यूक्रेन का कहना है कि सीमा से जुड़ी कोई छूट देने को वह तैयार नहीं है। वह इसपर कोई बात नहीं करेगा। दूसरी शर्त है कि अंतरराष्ट्रीय संगठनों खासकर NATO के लिए पुतिन की बात स्वीकार नहीं होगी। इसके अलावा रक्षा क्षमता को लेकर पुतिन को कोई सलाह नहीं मानी जाएगी।
ट्रंप ने कहा, ‘हम देखेंगे कि क्या हमारे पास मंगलवार तक घोषणा करने के लिए कुछ है। मैं राष्ट्रपति पुतिन से मंगलवार को बात करूंगा।’ उन्होंने कहा, ‘वीकेंड में बहुत काम किया गया है। हम देखना चाहते हैं कि क्या हम इस युद्ध को समाप्त कर सकते हैं।’ वहीं क्रेमलिन प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने दोनों नेताओं के मंगलवार को बात करने की योजना की सोमवार सुबह पुष्टि की, लेकिन विस्तृत जानकारी देने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि ‘हम घटनाओं के पहले कुछ नहीं कहते हैं और दोनों राष्ट्रपतियों के बीच बातचीत की विषय-वस्तु किसी पूर्व चर्चा का विषय नहीं होती है।’
यूरोपीय सहयोगी, पुतिन के प्रति ट्रंप की नरमी और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के प्रति उनके सख्त रुख से चिंतित हैं। जेलेंस्की और डोनाल्ड ट्रंप के बीच ओवल हाउस में बातचीत के दौरान तीखी नोकझोंक भी हो गई थी। जेलेंसकी ओवल हाउस से बिना खाना खाए ही चले गए थे और उन्होंने आगे के सारे कार्यक्रम भी रद्द कर दिए थे। रूस ने करीब तीन साल पहले यूक्रेन पर हमला किया था।
ट्रंप ने कहा कि युद्ध समाप्त करने के लिए भूमि और बिजली संयंत्र बातचीत का हिस्सा हैं। उन्होंने कहा, ‘हम जमीन के बारे में बात करेंगे। हम बिजली संयंत्रों के बारे में बात करेंगे।’ ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने वार्ता को आगे बढ़ाने के लिए हाल में मॉस्को का दौरा किया था। रूस ने 2022 में यूक्रेन पर आक्रमण शुरू करने के बाद यूक्रेन के चार क्षेत्रों पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया है। इनमें पूर्व में डोनेत्स्क और लुहान्स्क क्षेत्र और देश के दक्षिण-पूर्व में खेरसॉन और ज़ापोरिज्जिया क्षेत्र – लेकिन वह चारों में से किसी पर भी पूरी तरह से नियंत्रण नहीं रखता है।
पिछले साल पुतिन ने शांति की मांगों में से एक के रूप में सभी चार क्षेत्रों से कीव के सैनिकों की वापसी को सूचीबद्ध किया था। 2014 में रूस ने यूक्रेन से क्रीमिया को भी अपने में मिला लिया था। ज़ापोरिज्जिया क्षेत्र के कब्जे वाले हिस्से में, मास्को ज़ापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र को नियंत्रित करता है – जो यूरोप में सबसे बड़ा है। संयुक्त राष्ट्र की अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने संभावित परमाणु आपदा की आशंकाओं के बीच संयंत्र के बारे में अक्सर चिंता व्यक्त की है। ट्रंप ने ‘एयरफोर्स वन’ में पत्रकारों से कहा कि हाल में शेयर बाजार में उथल-पुथल और आर्थिक प्रभाव को लेकर चिंता के बावजूद वह दो अप्रैल को शुल्क लगाने की अपनी योजना को आगे बढ़ाएंगे।
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