
नई दिल्ली । इंग्लैंड दौरे (England tour)पर अपनी मर्जी से तीन टेस्ट(Three Tests) खेलने वाले जसप्रीत बुमराह(Jasprit Bumrah) की खूब आलोचना(Much criticism) हो रही है। अपनी चोट और वर्कलोड को ध्यान में रखते हुए बुमराह ने सीरीज शुरू होने से पहले ही साफ कर दिया था कि वह सिर्फ तीन ही मैच के लिए उपलब्ध रहेंगे। पांचवें टेस्ट से पहले जब भारत 1-2 से पिछड़ रहा था तो भी बुमराह आखिरी टेस्ट खेलने नहीं उतरे। बीसीसीआई ने उन्हें बीच मैच के दौरान स्क्वॉड से भी रिलीज कर दिया। क्रिकेट के गलियारों में हो रही बुमराह की आलोचना को देखते हुए पूर्व सलामी बल्लेबाज और मौजूदा एक्सपर्ट आकाश चोपड़ा को डर है कि कहीं वह समय से पहले संन्यास ना ले लें। आकाश ने बुमराह को कोहिनूर हीरा बताया है, जिसका इस्तेमाल टीम मैनेजमेंट को ढंग से करना होगा।
आकाश चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, “बुमराह जैसा कोई गेंदबाज नहीं है। उन्हें जबरदस्ती जल्दी संन्यास लेने के लिए मजबूर न करें क्योंकि वह 24 कैरेट शुद्ध सोना हैं। वह कोहिनूर हीरा हैं। वह जितना ज्यादा खेलेंगे, उतना ही अच्छा होगा। मुझे नहीं लगता कि वह ज्यादा टेस्ट क्रिकेट खेलेंगे, लेकिन जब तक वह खेलते हैं, मैं यही कहूंगा कि उन्हें टिके रहना चाहिए।”
इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि लंबी टेस्ट सीरीज में गेंदबाज़ों को रोटेट किया जाना चाहिए और मैनेजमेंट को बुमराह को जब भी उपलब्ध हो, खिलाना चाहिए।
पूर्व सलामी बल्लेबाज ने आगे कहा, “ईमानदारी से कहूं तो, मुझे नहीं लगता कि वह सभी टेस्ट मैच खेलेंगे। वह चुन-चुनकर खेलेंगे। यह सही है या गलत, यह कोई नैतिक बहस नहीं है, ऐसा मेरा मानना है। अगर आपके पास उस स्तर का कोई खिलाड़ी उपलब्ध है, तो उसे जब भी मौका मिले, खिलाएं। एक गेंदबाज के तौर पर, जसप्रीत बुमराह, आप गेंदबाजी संयोजन को बहुत आसानी से समायोजित कर सकते हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। अगर बुमराह बल्लेबाज, चौथे नंबर या सलामी बल्लेबाज होते और कहते कि वह दो मैच खेलेंगे और उसके बाद नहीं खेलेंगे, तो यह एक समस्या है। तीन या चार टेस्ट मैचों की सीरीज में गेंदबाजों को रोटेट करना ही होगा।”
जसप्रीत बुमराह ने एशिया कप 2025 के लिए खुद को उपलब्ध बताया है। वह टी20 वर्ल्ड कप 2024 के बाद पहली बार वाइट बॉल क्रिकेट में एक्शन में दिखाई दे सकते हैं।
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