
भोपाल। प्रदेश के अधिकतर जिलों में लगातार बारिश के चलते खरीफ मौसम की सोयाबीन, तुअर फसल पर छाए संकट के बादल हटते नजर आ रहे हैं। पिछले चार-पांच दिनों से धूप खिल रही है, बरसात करने वाले काले बादल आसमान से गायब हैं। फसल के बढऩे के लिए धूप बहुत जरूरी है, जिसके कारण फसलों में रौनक खिली हुई नजर आने लगी है। क्षेत्र के किसान भारी मात्रा में धान की रोपाई भी करते हैं, इस वर्ष बीते वर्ष की तुलना धान की फसल भी अच्छी नजर आ रही है। जुलाई के महीने भरपूर बारिश हुई, जिससे धान के खेतों में अभी पर्याप्त नमी है। खेतों में धान की फसल लहलहा रही है। धान और सोयाबीन उत्पादक किसान अभी खुश है, लेकिन आगे मौसम का मिजाज क्या होता है, यह समय ही बताएगा। सोयाबीन की फसल लहलहा रही है। कीट का प्रकोप भी कम है। किसानों को आस है, इस वर्ष सोयाबीन की फसल उम्मीद के हिसाब से अच्छी आएगी।
किसानों ने बताया कि खेतों में बतर मिलने से किसान सोयाबीन, तुवर और धान फसल में नींदा नाशक दवाई का छिड़काव कर रहे हैं। कुछ किसान धान में डीएपी यूरिया पोटाश का छिड़काव कर रहे हैं। बीते कई सालों से किसानों के लिए सोयाबीन की फसल घाटे का सौदा साबित हो रही है, लेकिन इस बार ग्रीष्मकालीन सोयाबीन की फसल से किसानों ने अच्छा मुनाफा कमाया। उनकी फसल उम्मीद के अनुसार निकली। ग्रीष्मकालीन फसल को देखते किसानों ने इस बार धान, उड़द, मूंग, मक्का के साथ-साथ सोयाबीन की फसल पर भी दांव खेला है।
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