
इंदौर। शासकीय रेलवे पुलिस इंदौर ने एक बार फिर अपनी सतर्कता और जनसेवा का उत्कृष्ट उदाहरण पेश किया। रेलवे स्टेशन इंदौर के प्लेटफॉर्म नंबर 05/06 पर ड्यूटी के दौरान हेड कांस्टेबल दशरथ मेहरा (HC 584) की पैनी नज़र एक असंरक्षित बालक पर पड़ी।
संदेह होने पर जब बालक से पूछताछ की गई तो उसने अपना नाम मोहम्मद सफी आलम (उम्र 14 वर्ष, निवासी थाना चंदन नगर, इंदौर) बताया। तत्पश्चात बालक को सुरक्षित रूप से जीआरपी थाना इंदौर लाया गया, जहां महिला हेल्प डेस्क प्रभारी उपनिरीक्षक बन्नो सोलंकी ने उससे गहनता से कारण पूछा।
बालक ने बताया कि पिता की डांट से आहत होकर वह घर से बिना बताए अपने दादाजी के पास जाने निकल पड़ा था, लेकिन रास्ता भटकने से रेलवे स्टेशन पहुँच गया। पूछताछ में बच्चे ने अपने पिता का मोबाइल नंबर भी उपलब्ध कराया।
जीआरपी पुलिस ने तत्काल उसके पिता से संपर्क किया और नाबालिग को सुरक्षित उसके माता-पिता के सुपुर्द कर दिया।
पुलिस की इस संवेदनशील और मानवीय पहल से परिजनों ने राहत की सांस ली और जीआरपी इंदौर के कार्य की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
रेलवे यात्रियों की सुरक्षा और जन-हितैषी रवैये के लिए विख्यात जीआरपी इंदौर ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि उनकी सतर्कता और ईमानदारी ही उनकी पहचान है।
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