
उज्जैन। गर्मी की शुरुआत हालांकि देरी से हुई, लेकिन बीते एक सप्ताह से सूरज की गर्मी लोगों को पसीना-पसीना कर रही है। राहत पाने के लिए लोग बिजली के उपकरण का सहारा ले रहे हैं, जिससे इसी सप्ताह में बिजली खपत में करीब 20 लाख यूनिट का इजाफा हो गया। उज्जैन शहरी सीमा में करीब सवा लाख बिजली उपभोक्ताओं ने गर्मी से राहत पाने के लिए पंखे, कूलर और एसी का भरपूर उपयोग शुरू कर दिया है, जिसके कारण बिजली की खपत रोजाना बढ़ रही है। एक सप्ताह पहले जहां प्रतिदिन 40 लाख यूनिट बिजली की खपत दर्ज की जा रही थी, अब वह बढ़कर 60 से 70 लाख यूनिट पर पहुंच गई है। बीते एक सप्ताह में 20 लाख यूनिट की मांग बढ़ी है। आगामी दिनों में बिजली की खपत में लगातार इजाफा होगा। मांग और बढ़ेगी। मई में बिजली खपत एक करोड़ यूनिट प्रतिदिन होने का अनुमान है, जो कि एक रिकॉर्ड रहेगा। कार्यपालक निदेशक (आपूर्ति) गजरा मेहता ने बताया कि इस बार बिजली की डिमांड गर्मी देरी से शुरू होने से देरी से आई है। शहरी क्षेत्रों में बिजली का उपयोग गर्मी के दिनों में ज्यादा होता है। मांग के अनुसार बिजली पहुंचाई जाएगी। इसकी व्यवस्था हमेशा की जाती है।
डेढ़ करोड़ यूनिट रोजाना तक पहुंचेगी खपत
इस बार मौसम के मिजाज बदले हुए थे। गर्मी देरी से शुरू हुई। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि आने वाले दिनों में सूर्य का रौद्र रूप देखने को मिलेगा। लोगों को गर्मी से बचने के लिए बिजली उपकरण ही सहारा रहेंगे। बिजली अधिकारियों ने आकलन किया है कि मई के दूसरे सप्ताह के बाद उज्जैन शहरी सीमा में 70 से 80 यूनिट रोजाना की खपत दर्ज की जाएगी और ग्रामीण क्षेत्रों की खपत को जोड़ दिया जाए तो यह आंकड़ा एक करोड़ के पार हो जाएगा। इस बार गर्मी कम समय पड़ेगी लेकिन उसका रूप बहुत भीषण रहेगा जिसके चलते बिजली की माँग और खपत भी अधिक रहेगी।
मांग के अनुसार होगी आपूर्ति
गर्मी के दिनों में शहरी क्षेत्र और ठंड के दिनों में सिंचाई के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की सर्वाधिक मांग रहती है। इस बार गर्मी की शुरुआत देरी से हुई है, जिसके कारण एक सप्ताह में बिजली की मांग में बढ़ोतरी हुई है। इंदौर बड़ा शहर है, यहां करीब 500 मेगावाट बिजली की आवश्यकता दर्ज की जा रही है। मांग के अनुसार आपूर्ति करना कंपनी का दायित्व है और इसे पूरा किया जाएगा।
-अमित तोमर, एमडी, बिजली कंपनी, इंदौर
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