
वाशिंगटन। एलन मस्क (Elon Musk) के जीवन का 2008 का दौर कठिन था। यही वह समय था, जब वे दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों (World’s Richest people) की लिस्ट में आने से पहले लगभग दिवालिया हो गए थे। टेस्ला के सीईओ एलन मस्क (Tesla CEO Elon Musk) 500 अरब डॉलर की संपत्ति को छू चुके हैं। फोर्ब्स के रियल टाइम बिलेनियर्स इंडेक्स के मुताबिक टेस्ला के शेयरों में उझाल, स्पेसएक्स और उनके आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस स्टार्टअप एक्स एआई ने मस्क की दौलत बढ़ोतरी में अहम भूमिका निभाई है।
आज का क्या है हाल
फोर्ब्स रियल टाइम बिलेनिर इंडेक्स की ताजा रैंकिंग में एलन मस्क दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति हैं। उनकी संपत्ति में 13.3 अरब डॉलर की गिरावट हुई है। और अब उनके पास 485.8 अरब डॉलर की संपत्ति है। वहीं, दूसरे स्थान पर ओरेकल के फाउंडर लैरी एलिसन हैं। उनकी कुल संपत्ति 349.5 अरब डॉलर है। इसके साथ ही 101.5 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ अमीरों की लिस्ट में मुकेश अंबानी 19वें और गौतम अडानी 69.2 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ 27वें नंबर पर हैं।
फोर्ब्स रियल टाइम बिलेनिर इंडेक्स
12 साल की उम्र में वीडियो गेम बनाकर बेचा
एलन मस्क ने 10 साल की उम्र में कंप्यूटर प्रोग्रामिंग सीखी और 12 साल की उम्र में ‘ब्लास्टर’ नामक एक वीडियो गेम तैयार किया। इसे एक स्थानीय मैगजीन ने उनसे 500 अमेरिकी डॉलर में खरीदा। यह मस्क की पहली व्यापारिक उपलब्धि थी।
1995 में उन्होंने वेब सॉफ्टवेयर कंपनी जिप-2 बनाई थी। कॉम्पेक ने इस कंपनी को 1999 में 307 मिलियन डॉलर में खरीद लिया था। इस डील से मस्क को कंपनी में 7% हिस्सेदारी के बदले 22 मिलियन डॉलर मिले थे। यहीं से मस्क के बिजनेस की असली शुरुआत हुई। इसके बाद मस्क ने 1999 में पेपाल बनाई थी। ईबे ने 2002 में इसे 1.5 अरब डॉलर में खरीद लिया। मस्क को इस डील से 180 मिलियन डॉलर की कमाई हुई।
दिवालिया हो गए थे मस्क
एलन मस्क के जीवन का 2008 का दौर कठिन था। यही वह समय था जब वे दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों की लिस्ट में आने से पहले लगभग दिवालिया हो गए थे। टेस्ला ने उस समय अपनी पहली इलेक्ट्रिक कार रोडस्टर लॉन्च की थी। शुरुआती उत्पादन में कई तकनीकी दिक्कतें आईं और लागत अनुमान से कहीं ज्यादा बढ़ गई।
घर का खर्च चलाना हुआ मुश्किल
निवेशक पैसा लगाने से पीछे हटने लगे। कंपनी के पास कर्मचारियों को सैलरी देने तक के पैसे नहीं बचे थे। हालात इतने खराब हो गए कि उनके पास घर का खर्च चलाने और बच्चों की स्कूल फीस भरने तक के पैसे नहीं थे। वे दोस्तों से उधार लेकर गुजारा कर रहे थे।
ओपन एआई ने मस्क की कंपनी स्पेसएक्स को पीछे छोड़ा
चैट जीपीटी बनाने वाली कंपनी ओपन एआई एलन मस्क की स्पेसएक्स को पीछे छोड़कर दुनिया की सबसे बड़ी स्टार्टअप बन गई है। एक डील में कंपनी की वैल्यूएशन 500 बिलियन डॉलर (44.3 लाख करोड़ रुपए) से ज्यादा आंकी गई, जो स्पेसएक्स से ज्यादा है। स्पेसएक्स की वैल्यू 400 बिलियन डॉलर है। ओपन एआई के मौजूदा और पुराने कर्मचारियों ने थ्राइव कैपिटल, सॉफ्टबैंक ग्रुप, ड्रैगनीर इनवेस्टमेंट ग्रुप, अबू धाबी की एमजीएक्स जैसे निवेशकों को करीब 6.6 बिलियन डॉलर के शेयर्स इसी वैल्यूएशन पर बेचे।
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