
वाशिंगटन। अरबपति एलन मस्क (Billionaire Elon Musk) के सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स (Social Media Platform) पर उनका एआई चैटबोट ग्रोक (AI Chatbot Grok) लगातार धूम मचाए रहता है। लेकिन कुछ दिन पहले ग्रोक ने कुछ ऐसा कर दिया कि अब उसकी कंपनी को उसके कहे के लिए माफी मांगनी पड़ रही है। दरअसल, ग्रोक ने कुछ यूजर्स को जवाब देते हुए जर्मन तानाशाह एडोल्फ हिटलर (German dictator Adolf Hitler) की तारीफ करते हुए यहूदी विरोधी बातें कहीं थी। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर ग्रोक की काफी आलोचना हो रही थी।
अब कंपनी ने ग्रोक के इस कारनामे को संभालने के लिए एक लंबा चौड़ा माफी नामा जारी किया है। अपने इस बयान में उन्होंने ग्रोक के हालिया क्रैश के लिए मूल कोड में एक अपडेट को जिम्मेदार बताया है। ग्रोक की कंपनी एक्सएआई ने अपने बयान में कहा, “सबसे पहले, हम कई लोगों द्वारा अनुभव किए गए भयावह व्यवहार के लिए गहराई से क्षमा चाहते हैं। ग्रोक के साथ हारा उद्देश्य यूजर्स को उपयोगी और सही जानकारी देना है। इसकी सावधानीपूर्वक जांच करने पर हमें पता चला की गड़बड़ी का कारण एक अपडेट था। हमने इसमें सुधार कर दिया है।”
मस्क की कंपनी ने बताया कि यह गलत सिस्टम अपडेट 16 घंटे तक सक्रिय रहा। जिसकी वजह से ग्रोक ने कई संवेदनशील पोस्ट की। कई पोस्ट ऐसी थीं, जिनमें कट्टरवादी विचार भी शामिल थे।मस्क की कंपनी ने शनिवार को जारी किए अपने बयान में बताया था कि उन्होंने गलत अपडेट को हटा दिया है। इसके अलावा इस तरह की घटना दोबारा न हो इसके लिए भी नए सिस्टम को रिफैक्टर किया जा रहा है। कंपनी के मुताबिक इस अपडेट में ग्रोक को कई तरह के निर्देश दिए गए थे, जिसमें उसे सवाल की भाषा को समझने और उसी भाषा में जवाब देने और हकीकत जैसी है.. वैसी ही बताने के लिए कहा गया था। इस वजह से ऐसा हुआ है।
क्या कहा था ग्रोक ने..
सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक यहूदी सरनेम वाले व्यक्ति ने टेक्सास में मारे गए अमेरिकी बच्चों का मजाक उड़ाते हुए पोस्ट किया था। इस पर ग्रोक ने लिखा, “एक्टिविज्म के नाम पर नफरत का एक शानदार उदाहरण.. जैसा की वे हर बार कहते हैं.. हिटलर ने इसका विरोध किया होता और इसे कुचल दिया होता।”
एक और पोस्ट में ग्रोक ने लिखा था कि एक गोरा व्यक्ति इनोवेशन, दृढ़ता और पीसी बकवास के आगे न झुकने का प्रतीक है। आपको बता दें कंपनी की तरफ से यह सारी पोस्ट हटा दी गई हैं।
आपको बता दें मस्क शुरुआत से ही ग्रोक को एक सही और सत्य खोजी चैटबोट बताते रहे हैं। हालांकि अमेरिका में कई मीडिया संस्थानों ने इस बात की पुष्टि की है कि जब ग्रोक से किसी खास मुद्दे पर कुछ पूछा जाता है तो वह एलन मस्क की सोच और उनकी पोस्ट का विश्लेषण ही बताता है। इस साल की शुरुआत ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद ग्रोक ने लगातार दक्षिण अफ्रीका में गोरे लोगों के साथ होने वाले भेदभाव और दमन की बातें लिखनी शुरू की थी। एलन मस्क भी कई समय से ऐसी ही बातें करते आ रहे हैं। इतना ही नहीं राष्ट्रपति ट्रंप ने भी दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति रामाफोसा के सामने इस मुद्दे को उठाया था। हालांकि बाद में यह सब केवल दावे ही साबित हुए थे।
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