
नई दिल्ली. टेक अरबपति एलॉन मस्क (Elon Musk) के पिता एरल मस्क (Errol Musk) पांच दिनों के लिए भारत (India) दौरे ( will) पर हैं. वे रविवार को दिल्ली पहुंचे और शुक्रवार को दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना होने की उम्मीद है. भारत में रहते हुए एरल मस्क की योजना अयोध्या में राम मंदिर के दर्शन करने जाने की भी है. वे व्यापार से जुड़ी कई बैठकों में भी भाग ले रहे हैं.
एलन मस्क के पिता भारत में क्या कर रहे हैं?
एजेंसी के द्वारा शेयर किए गए एक वीडियो में देखा जा सकता है कि एरल मस्क का भारत पहुंचने पर गर्मजोशी से स्वागत किया गया. सोमवार को दक्षिण अफ्रीकी व्यवसायी के नीति निर्माताओं, निवेशकों, व्यापारिक नेताओं और सीनियर अधिकारियों से मिलने की उम्मीद है.
रिपोर्ट के मुताबिक, “एरल मस्क, राम लला से आशीर्वाद लेने के लिए राम जन्मभूमि अयोध्या राम मंदिर भी जाएंगे, जो भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत के साथ उनके जुड़ाव को दर्शाता है.
प्लान में क्या-क्या?
एरल मस्क के कार्यक्रम में हरित प्रौद्योगिकी और ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर निर्यात में भारत के टारगेट्स का समर्थन करने पर केंद्रित कार्यक्रम शामिल हैं. एरल मस्क हाल ही में भारतीय कंपनी सर्वोटेक के वैश्विक सलाहकार बोर्ड में शामिल हुए हैं.
अपनी यात्रा के हिस्से के रूप में, एरल मस्क हरियाणा के सफियाबाद में सर्वोटेक की सौर और ईवी चार्जर विनिर्माण सुविधा का दौरा करेंगे और वृक्षारोपण अभियान में भाग लेंगे.
Servotech ने 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में मनाए जाने वाले एक वृक्षारोपण अभियान का आयोजन किया है, जिससे पर्यावरण से संबंधित कोशिशों को बढ़ावा दिया जा सके. एरल मस्क को 5 मई को सर्वोटेक के वैश्विक सलाहकार बोर्ड में नियुक्त किया गया था. कंपनी ने कहा कि वह बुनियादी ढांचे, प्रौद्योगिकी और नवीकरणीय ऊर्जा पर रणनीतिक मार्गदर्शन प्रदान करेंगे.
इंडिया विजिट खत्म होने के बाद एरल मस्क दक्षिण अफ्रीका जाएंगे.
सर्वोटेक के मैनेजिंग डायरेक्टर रमन भाटिया ने एक बयान में कहा, “हम, एरोल मस्क का सर्वोटेक रिन्यूएबल परिवार में स्वागत करते हैं. उनका अनुभव, वैश्विक नजरिए और नवाचार के लिए जुनून अमूल्य होगा क्योंकि हम भारत और उससे आगे के लिए एक हरित, स्मार्ट भविष्य बनाने के अपने मिशन को गति देंगे.”
लॉर्ड शिव पर बयान वायरल
पिछले दिनों एरल मस्क का एक बयान खूब वायरल हुआ था, जो उन्होंने लॉर्ड शिव को लेकर दिया था. उन्होंने विश्व शांति और कल्याण का मार्ग बताया. उन्होंने प्राचीन भारतीय विरासत और आध्यात्मिक विरासत के प्रति अपने आकर्षण के बारे में खुलकर बात की. रिपोर्ट के मुताबिक, एरल की आध्यात्मिकता और हिंदू धर्म के प्रति प्रशंसा अंतर-सांस्कृतिक संबंधों को भी उजागर करती है और विविधता में एकता को प्रदर्शित करती है और ग्लोबल मंच पर भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक जीवंतता दर्शाती है.
मीडिया से बात करते हुए एरल ने कहा था, “मुझे लगता है कि अगर पूरी दुनिया शिव को फॉलो करे, तो सब ठीक हो जाएगा. मैं कोई एक्सपर्ट नहीं हूं, लेकिन मैं इससे मोहित हूं. यह इतना पुराना है, धर्म इतना प्राचीन है कि यह मेरे दिमाग को चकरा देता है. यह बस हमें बताता है कि हम वास्तव में कितना कम जानते हैं.”
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