
इंदौर। हाल ही में हुई आपदा प्रबंधन (Disaster Management) की बैठक में कलेक्टर (Collector) द्वारा पूर्व में तैयारी किए जाने के निर्देश दिए गए थे। वहीं निगम (Nigam) को दिए गए निर्देश के अनुसार 104 ऐसे स्पॉट चिह्नित (Spots Identified) किए गए हैं, जहां जल भराव की स्थिति निर्मित होती है। निगम के अधिकारियों का दावा था कि इस बार बरसात के पूर्व ही नालों की सफाई शुरू कर दी गई है। कई जगह पर जल भराव की स्थिति काबू में कर ली गई है, लेकिन हर हलकी बारिश निगम के इन दावों की पोल खोल रही है। कल हुई बारिश के बाद आज सुबह तक भी कई महत्वपूर्ण चौराहों पर पानी भरा रहा।
इंदौर जिले में मानसून काल के पहले ही अतिवृष्टि तथा बाढ़ से उत्पन्न होने वाली स्थितियों से निपटने के लिए कलेक्टर ने एहतियात के तौर पर तैयारी करने के निर्देश दिए थे, जिस पर निगम ने वाहवाही लूटते हुए पुख्ता इंतजाम की बात कही थी, लेकिन सत्यसांई चौराहे पर भरा पानी निगम के दावों की पोल खोलता नजर आया। कलेक्टर के निर्देश के बावजूद किसी भी चौराहे पर बारिश बंद होने के आधे घंटे के बाद पानी नजर नहीं आना चाहिए, लेकिन इसके उलट कई घंटों तक भी जल भराव की स्थिति बनी हुई है। ज्ञात हो कि कलेक्टर ने उक्त बैठक में बारिश के पहले ही मुख्य सडक़ों के सुधार कार्य करने के निर्देश भी दिए थे। वहीं पर्यटन और पिकनिक स्थलों पर विशेष निगरानी रखने के लिए कहा है, जिसके लिए सीसीटीवी कैमरे, बैरिकेड्स व होमगार्ड जवान की तैनाती भी शामिल है।
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