
इंदौर। चोइथराम मंडी (Choithram Mandi) में कचरा, गंदगी और वाहनों के गुत्थम गुत्था होने की घटनाएं तो रोज की कहानी है। गुजरात, राजस्थान, और दक्षिण भारत से भी फल-सब्जियां (fruits vegetables) बड़ी मात्रा में यहां पहुंचती है। बाहर एवं लोकल व्यापारी (local businessman) और किसान (Farmers) दोनों ही यहां असुरक्षा का भाव देख रहे हैं। कई बार व्यापारियों के साथ लूटपाट एवं किसान के साथ भी मारपीट की घटनाएं रुक नहीं रही।
मंडी प्रबंधन की ओर से शहर की चोइथराम, छावनी और लक्ष्मीबाई अनाज मंडी तीनों स्थानों पर सैकड़ो ं सुरक्षाकर्मियों की तैनाती का दावा किया जाता है। तीन अलग-अलग शिफ्ट में सुरक्षाकर्मी यहां तैनात बताए जाते हैं, किसान संगठनों का कहना है कि सिर्फ कागजों में ही सुरक्षाकर्मी मंडी प्रबंधन ने लगा रखे हैं। मौके पर सुरक्षाकर्मी नहीं रहते रात में तो सिर्फ सीटियों कि आवाज ही आती हैं। जब भी कोई घटना होती है तो मौके पर सुरक्षाकर्मी नहीं होते। यहां तक की वाहनों के जाम लगे के बाद मंडी प्रबंधन के कर्मचारी यहां घंटों बाद ही पहुंचते हैं। किसान सेना के बबलू जाधव ने बताया कि 10 फरवरी की रात में किसान के साथ चाकूबाजी की घटना के बाद भी मंडी प्रबंधन का रवैया लचर रहा। अब किसानों के साथ मिलकर कल चोइथराम मंडी में प्रदर्शन किया जाएगा और किसानों की सुरक्षा के लिए कलेक्टर एवं कृषि मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपेंगे। किसानों के साथ दुव्र्यव्हार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, कृषि मंत्री और मुख्यमंत्री इस प्रतिनिधिमंडल मामले को गंभीरता
से रखेगा।
मंडी में सुरक्षाकर्मी तैनात हैं, व्यापारी और किसानों की हजारों की संख्या में रोज आवाजाही होती है । कुछ असामाजिक तत्व यहां सक्रिय बने हुए हैं जिनको बाहर निकालने की कवायद भी जारी है । सुरक्षा कर्मियों का ऑडिट भी किया जा चुका है, और ज्यादा सख्त इंतजाम किए जाएंगे।
नरेश परमार मंडी सचिव