
जबलपुर। कलेक्टर राघवेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में भावांतर योजना को लेकर किसान प्रतिनिधियों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में विधायक सुशील तिवारी इंदु, नीरज सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष आशा मुकेश गोटिया, भाजपा ग्रामीण अध्यक्ष राजकुमार पटेल, किसान संगठनों के प्रतिनिधि व उप संचालक कृषि डॉ. एसके निगम सहित कृषि संबद्ध विभाग के अधिकारी मौजूद थे। बैठक में बताया गया कि सोयाबीन उत्पादक किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने के उद्देश्य से भावन्तर भुगतान योजना शुरू की गई है। इसमें किसानों का पंजीयन 3 अक्टूबर से शुरू होगा। इस योजना का लाभ लेने सोयाबीन उत्पादक किसान 17 अक्टूबर तक अपना पंजीयन करा सकेंगे। उप संचालक कृषि डॉ एस के निगम ने कहा कि किसानों के हित में लिये गये इस बड़े फैसले के अंतर्गत सोयाबीन के घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य तथा राज्य के मंडी के मॉडल भाव के अंतर की राशि किसान के आधार लिंक बैंक खाते में 15 दिन के अंदर अंतरित की जायेगी।
उप संचालक कृषि ने बताया कि भावांतर भुगतान योजना में किसान अपना पंजीयन धान पंजीयन के लिये निर्धारित किये गये जिले के सभी पंजीयन केन्द्रों पर करा सकेंगे। इनके अलावा किसान कृषक सेवा केन्द्र, एमपी ऑनलाइन कियोस्क अथवा एमपी किसान एप के माध्यम से भी अपना पंजीयन करा सकेंगे। पंजीयन के समय किसानों को बैंक खाता नंबर, आईएफएससी कोड की जानकारी भी उपलब्ध करानी होगी। जनधन खाते, अक्रियाशील खाते, सयुंक्त बैंक खाते एवं फिनो, एयरटेल, पेटीएम बैंक खाते पंजीयन के लिये मान्य नहीं होगें। डॉ निगम के अनुसार भावांतर भुगतान योजना के अंतर्गत पंजीयन हो जाने के बाद राजस्व विभाग द्वारा पंजीकृत किसानों के रकबे का सत्यापन किया जायेगा तथा सत्यापन के बाद सोयाबीन उत्पादक किसान 24 अक्टूबर से 15 जनवरी के बीच जिले की किसी भी कृषि उपज मंडी में पूर्व की भांति अपनी उपज का विक्रय कर सकेंगे। बैठक में भावांतर योजना के उद्देश्य व इससे लाभ, मॉडल रेट का निर्धारण, भावांतरण राशि की गणना एवं भुगतान, क्रियान्?वयन समिति, मंडी मॉडल रेट की समीक्षा आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इसके अलावा किसान संगठनों ने किसानों की समस्याओं को बैठक में उठाया।