
नर्मदापुरम (Narmadapuram)। फसलों के अधिक उत्पादन (more production of crops) की चाहत में अब तक पानी, कीटनाशक दवाओं के छिड़काव (spraying pesticides) के बारे में सुना था, लेकिन नर्मदापुरम (Narmadapuram) में किसान अधिक उत्पादन के लिए फसलों पर शराब (liquor) का छिड़काव (spraying) कर रहे हैं. यह बात जरूर चौंकाने वाली है, लेकिन किसान (farmers) मूंग की फसल में ज्यादा से ज्यादा फूल खिले, उत्पादन बढ़े इसलिए कीटनाशक दवा के साथ शराब का भी छिडक़ाव कर रहे हैं।
बता दें नर्मदापुरम के चांदौन, सनखेड़ा और जमानी गांव के किसान इन दिनों मूंग की फसल में शराब का छिड़काव कर रहे हैं। किसानों का मानना है शराब के छिडक़ाव से मूंग की फसल को गर्माहट मिलेगी, जिससे ज्यादा से ज्यादा फूल खिलेंगे और उत्पादन में इजाफा होगा। इसलिए किसान कीटनाशक दवा के साथ देशी शराब मिलाकर छिडक़ाव कर रहे हैं। हालांकि कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि फसल पर शराब के छिडक़ाव से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। किसानों को इस तरह के प्रयोग से बचना चाहिए।
2.93 लाख हेक्टेयर में बोवनी
बता दें नर्मदापुरम जिले में इस बार 2.93 लाख हेक्टेयर में किसानों द्वारा मूंग फसल की बोवनी की है. खेतों में खड़ी मूंग की फसल अब फूल की स्थिति में आने वाली है. मूंग फसल में ज्यादा से ज्यादा फूल आ सके इसके लिए किसान पंप से देशी शराब का छिडक़ाव करने में जुटे हैं। किसान मानसिंह परमार बताते हैं कि उन्होंने दो एकड़ में मूंग की बोवनी की है. पंप में कीटनाशक दवा के साथ शराब का छिड़काव कर रहे हैं. शराब में छिड़काव से पौधों में गर्मी बढ़ती है, जिससे ज्यादा फूल आते हैं।
प्रति एकड़ एक लीटर शराब
चांदौना के किसान दिनेश वर्मा के अनुसार प्रति एकड़ फसल में एक लीटर देशी शराब का छिडक़ाव किया जा रहा है. देशी शराब को सिंचाई पंप में कीटनाशक के साथ डालकर छिड़काव कर रहे हैं। यह प्रयोग बीते कई सालों से करते आ रहे हैं. इससे मूंग की फसल में अधिक फूल आते हैं उत्पादन में भी इजाफा होता है. पंवारखेड़ा स्थित कृषि अनुसंधान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक अभिषेक चटर्जी के अनुसार बाजार में फसल की ग्रोथ बढ़ाने के लिए कई किस्म के कीटनाशक उपलब्ध है, जिसका उपयोग किसान कर सकते हैं. देशी शराब के छिडक़ाव से मूंग फसल को कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
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