
इंदौर। राज्य सरकार (state government) द्वारा सिंहस्थ (Simhastha) को ध्यान में रखते हुए इंदौर से उज्जैन (Indore-Ujjain) तक बनाए जाने वाले ग्रीन कॉरिडोर (green corridor) के विरोध में किसानों द्वारा 8 अक्टूबर को ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया गया है। यह रैली हातोद से निकलकर इंदौर के कलेक्टर कार्यालय पर जाकर प्रदर्शन करेगी।
किसान नेता बबलू जाधव ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा इंदौर से उज्जैन तक ग्रीन कॉरिडोर के रूप में एक नई सडक़ के निर्माण की योजना पर काम शुरू किया गया है। इस सडक़ के निर्माण के लिए किसान अपनी कीमती जमीन देने के लिए तैयार नहीं हैं। किसानों द्वारा इस सडक़ के लिए जमीन के अधिग्रहण का विरोध किया जा रहा है। गांधी जयंती के दिन 2 अक्टूबर को ग्राम में आयोजित की गई ग्रामसभा में भी किसानों द्वारा योजना के लिए जमीन के अधिग्रहण का विरोध कर प्रस्ताव मंजूर किया गया है।
किसानों के विरोध को सरकार के समक्ष रखने के लिए 8 अक्टूबर को ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया गया है। यह रैली हातोद से शुरू होगी, जो गोम्मटगिरि, बड़ा गणपति, लाबरिया भेरू, महू नाका होते हुए कलेक्टर कार्यालय पर पहुंचेगी। इस रैली का आयोजन संयुक्त किसान मोर्चा, करणी सेना परिवार और क्षत्रिय करणी सेना द्वारा किया गया है। किसान कांग्रेस ने भी इस रैली का समर्थन कर दिया है। इस रैली के लिए गांव-गांव से किसान अपने ट्रैक्टर के साथ सुबह 9 बजे हातोद पहुंचेंगे। वहां पर किसानों के एकत्रीकरण के पश्चात रैली शुरू की जाएगी।
किसानों की साइकिल यात्रा को प्रशासन ने नहीं दी अनुमति
किसानों द्वारा अपनी मांगों को लेकर निकाली जाने वाली जनअधिकार साइकिल यात्रा को प्रशासन द्वारा सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए अनुमति देने से इनकार कर दिया गया। अब किसानों द्वारा महापंचायत का आयोजन किया जाएगा और गांव-गांव में जाकर जनजागरण अभियान चलाया जाएगा।
किसान नेता हंसराज मंडलोई ने बताया कि किसानों द्वारा 3 अक्टूबर को पीथमपुर से इंदौर, देवास, सीहोर होते हुए भोपाल तक साइकिल रैली निकालने का फैसला लिया गया था। इस साइकिल रैली को प्रशासन द्वारा सुरक्षा कारण बताते हुए अनुमति देने से इनकार कर दिया गया। प्रशासन के इनकार से किसानों में आक्रोश फैल गया है। किसान साइकिल यात्रा के माध्यम से भोपाल जाकर सरकार को किसानों की समस्या और जनविरोधी नीति की जानकारी देना चाहते थे। अब जब किसान साइकिल यात्रा नहीं निकाल सके हैं तो किसानों द्वारा किसानों की महापंचायत आयोजित करने और गांव में जाकर सरकार की किसान विरोधी नीति के बारे में जनजागरण करने का फैसला लिया गया है। किसानों का यह आंदोलन इंदौर के आउटर रिंग रोड, ग्रीनफील्ड कॉरिडोर सहित उन सभी योजनाओं के विरोध में है, जिनमें किसानों की जमीन का अधिग्रहण करने की योजना तैयार की गई है।
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