एथेंस। ग्रीस में स्कूलों (Schools in Greece) पर ताला लग रहा है। इसके पीछे की वजह हैरान करने वाली है। असल में यहां पर जन्मदर में जबर्दस्त गिरावट (Decline in Birth rate) आ रही है। बच्चे पैदा नहीं हो रहे हैं तो स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों की संख्या में भी गिरावट आ रही है। इसके चलते अब यहां की सरकार ने 750 से ज्यादा स्कूलों को बंद करने का फैसला किया है। यह पूरे देश के कुल स्कूलों का 5 फीसदी है। इनमें दूरदराज के गांवों और द्वीपों पर चलने वाले स्कूल भी शामिल हैं। इनमें एटिका क्षेत्र के हिस्से भी शामिल हैं, जो राजधानी एथेंस से लगे हुए हैं। ग्रीस के मंत्री भी इसको लेकर काफी परेशान हैं।
मिनिमम छात्र संख्या भी पूरी नहीं
यह मिनिमम छात्र संख्या बहुत ज्यादा नहीं, मात्र 15 बच्चे प्रति स्कूल है। इनमें से अधिकतर प्राइमरी स्कूल हैं। हालांकि सभी स्तर के स्कूलों को बंद करने की नौबत आ रही है। अगर तीन साल के अंदर छात्रों की संख्या में सुधार आता है तो कुछ स्कूलों को फिर से खोला जा सकता है। इनमें टर्की से सटे स्कूल और सीमाई स्कूल अपवाद हैं, जो छात्र संख्या कम होने के बावजूद खुले रहेंगे। इसके अलावा डोडेकेनीज के एक छोटे से द्वीप सेरीमोस पर, 2009 के बाद पहली बार स्कूल खुलेगा। यहां प्राइमरी में में दो और किंडरगार्टन में तीन बच्चों को पढ़ाया जाएगा। शिक्षा मंत्री ने कहा कि हम सामान्य रूप से तय छात्रों की संख्या से कम के साथ स्कूल खोल रहे हैं। यह एक महंगा निर्णय है, लेकिन हमें लगता है कि यह जरूरी है।
कब से शुरू हुआ संकट
ग्रीस की जनसंख्या में तेजी से गिरावट 2010 के दशक के लोन संकट के दौरान शुरू हुई थी। 2011 से, मृत्युदर, जन्मदर से ज्यादा रहा। 2001 और 2021 की जनगणना के बीच, 20-40 वर्ष की मुख्य बच्चे पैदा करने वाली उम्र की महिलाओं की संख्या 500,000, यानी 31 प्रतिशत कम हो गई। 2022 तक, सालाना जन्म 80,000 से कम हो गए थे और 2023 में मौतों की संख्या लगभग दोगुनी थी। ग्रीस की महिलाएं अब औसतन 32 साल से ज्यादा की उम्र में अपना पहला बच्चा पैदा करती हैं। यहां प्रजनन दर गिरकर 1.35 हो गई है – जो यूरोप में सबसे कम में से एक है।
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