
इन्दौर (Indore)। अफसरों और एमआईसी मेंबरों (officers and MIC members) के बीच तनातनी का मामला खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। अधिकारी (Officer) कई मामलों की फाइलें अटकाए हुए हैं और अब हर मंगलवार को हो रही एमआईसी की बैठक में इन मुद्दों पर चर्चा हो रही है। कल भी एमआईसी की बैठक के दौरान दो मामलों की फाइलें अटकाने के विरोध में एमआईसी मेंबर जीतू यादव चलती बैठक से उठकर चले गए। कुछ सदस्यों ने उन्हें रोकने की कोशिश भी की।
करीब एक माह पहले भी एमआईसी की बैठक में अफसरों के खिलाफ सदस्यों ने जमकर भड़ास निकाली थी। इसको लेकर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने अफसरों को नसीहत दी थी कि वे जनप्रतिनिधियों का सम्मान करें और उनके प्रस्तावों को गंभीरता से लें। इसके बावजूद ढर्रे में कोई सुधार आता नजर नहीं आ रहा है। कल फिर एमआईसी की बैठक में पाटनीपुरा से अनूप टाकीज के बीच नई ड्रेनेज लाइन बिछाने के प्रस्तावों को अटकाने के मामले को लेकर जीतू यादव ने अफसरों को कहा कि पाटनीपुरा क्षेत्र में कई जगह ड्रेनेज के कारण लोग परेशान हैं और विकास यात्रा में इसकी शिकायतें मिली थीं। इस प्रस्ताव को लेकर 8 से 10 बार अफसरों को कह चुके हैं।
इस बार भी फिर नया बहाना बना दिया गया और अब कहा जा रहा है कि अमृत-2 के तहत कई कार्य कराए जाएंगे। इसी प्रकार पांच करोड़ की लागत से आईटीआई ग्राउंड का सौंदर्यीकरण और कई अन्य कार्य होने हैं, जिसकी फाइल भी कई दिनों से लंबित है। इस मामले को लेकर उन्होंने अफसरो से फाइल मंजूरी के लिए एमआईसी में रखने को कहा था, लेकिन अफसरों ने कई कारण बताकर फाइलें अटका दीं। इसी को लेकर चलती बैठक से उठकर चले गए। कुछ सदस्यों ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने।
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