
लेह । वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitaraman) ने लद्दाख में (In Ladakh) महिला उद्यमियों से मुलाकात की (Met Women Entrepreneurs) ।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को लद्दाख क्षेत्र के स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) और स्थानीय उद्यमियों द्वारा स्थानीय हस्तशिल्प और हथकरघा उत्पादों की एक प्रदर्शनी का दौरा किया। उन्होंने कारीगरों, महिलाओं के नेतृत्व वाले एसएचजी और स्थानीय उद्यमियों के साथ बातचीत की, जिन्होंने अपने स्टॉल पर पारंपरिक शिल्प और हथकरघा वस्त्र का प्रदर्शन किया।
वित्त मंत्री ने कारीगरों की उद्यमशीलता की भावना और रचनात्मकता की सराहना की, सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और केंद्र शासित प्रदेश में ग्रामीण आजीविका को बढ़ावा देने में सरकार की भूमिका के बारे में बताया। यह पहल महिलाओं और स्थानीय उद्यमियों को सशक्त बनाने और अधिक रोजगार सृजित करने के लिए केंद्र की समावेशी विकास नीति का हिस्सा है।
वित्त मंत्री लद्दाख के चार दिवसीय दौरे पर हैं। वह क्षेत्र में वित्तीय समावेशन और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में क्रेडिट की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देते हुए एक क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगी। वित्त मंत्री लद्दाख ऑटोनॉमस हिल डेवलपमेंट काउंसिल (एलएएचडीसी) के पार्षदों और लद्दाख प्रशासन के साथ बातचीत करेंगी। वह अपने दौरे के दौरान विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन भी करेंगी।
मोदी सरकार ने प्रमुख डीएवाई-एनआरएलएम गरीबी उन्मूलन योजना के तहत वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए देश भर में 90.76 लाख से अधिक स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) में 10.04 करोड़ से अधिक महिलाओं को संगठित करने में सफलता प्राप्त की है। गरीबों के लिए पीएम मुद्रा योजना के तहत 32.61 लाख करोड़ रुपए के 52 करोड़ से अधिक लोन स्वीकृत किए गए हैं। 2025 में इस योजना को 10 वर्ष पूरे हुए हैं। इस योजना ने छोटे शहरों और गांवों में महिलाओं के सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया है, क्योंकि लगभग 70 प्रतिशत मुद्रा लोन महिला उद्यमियों द्वारा लिए गए हैं, जिससे उनकी वित्तीय स्वतंत्रता बढ़ी है और लैंगिक समानता में योगदान मिला है।
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