
जोशीमठ। उत्तराखंड के जोशीमठ (Joshimath of Uttarakhand) में जमीन धंसने के बाद सैकड़ों मकान, खेत, होटलों और सडक़ पर आई दरारों के बाद पहला बड़ा हादसा सामने आया। यहां सिंहधार में एक प्राचीन मंदिर ढह गया, जिसके बाद यहां लोगों में दहशत बढ़ गई है। हालांकि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। मंदिर ढहने के बाद डर के साए में रह रहे लोगों को और अधिक चिंतित कर दिया है। अब तक दरार से क्षतिग्रस्त हुए मकानों के 600 परिवारों को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया है। इन्हें सरकार 4 हजार रुपए महीना किराया देगी।
47 साल पहले दी गई थी चेतावनी
जोशी मठ की सुरक्षा के लिए बनाई गई मिश्रा आयोग टीम (Mishra Commission Team) ने 70 के दशक में अपनी रिपोर्ट में पहले ही खतरे की चेतावनी जारी कर दी थी, लेकिन चेतावनी पर अमल नहीं किया गया।
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