
इंदौर। कभी नर्मदा की लाइनें फूट जाती हैं, तो कभी जलूद स्थित पम्प तकनीकी कारणों से बंद हो जाते हैं। कल रात सवा 12 बजे पहले और दूसरे चरण के पम्प रबर पैकिंग फटने के कारण बंद किए गए और उसके साथ ही ग्रेविटी लाइन में लीकेज के चलते शटडाउन भी लिया गया। अब आज दोपहर तक सुधार कार्यों के पश्चात पम्प चालू होंगे। आज सुबह कई क्षेत्रों में जलप्रदाय प्रभावित हुआ। 5 टंकियां कम भरार्इं, तो तीन पूरी तरह से खाली रहीं। निगम के जल समिति प्रभारी अभिषेक शर्मा बबलू के मुताबिक कल रात पहले और दूसरे चरण के पम्प गृह क्रमांक 5 को बंद करना पड़ा, जिसके चलते जलप्रदाय प्रभावित हुआ।
शर्मा के मुताबिक पम्प बंद होने के कारण आज सुबह कुछ क्षेत्रों का जलप्रदाय प्रभावित भी हुआ, जिसमें 5 टंकियां कम भराईं। अन्नपूर्णा टंकी सिर्फ ढाई मीटर, छत्रीबाग टंगी 1.70 मीटर, सुभाष चौक टंकी 1.50 मीटर, गांधी हॉल टंकी 1.30 मीटर, द्रविड़ नगर टंकी 2.50 मीटर ही भर सकीं, तो भक्त प्रहलाद नगर, सदर बाजार और मल्हार आश्रम टंकियां पूरी तरह से खाली रहीं। नतीजतन आज पश्चिम क्षेत्र में जल वितरण का दिन था और अन्नपूर्णा टंकी तथा बिलावली टंकी वाले क्षेत्र भी सीधे जलप्रदाय से प्रभावित हुए।
नर्मदा परियोजना के कार्यपालन यंत्री संजीव श्रीवास्तव के मुताबिक रात को बंद हुए पम्प तो सुबह चालू हो गए। मगर नर्मदा के दूसरे चरण की ग्रेविटी लाइन में भी लीकेज था, तो उसका काम भी शुरू करवाया, जिसके चलते शटडाउन लेना पड़ा। आज दोपहर तक यह लीकेज दुरुस्ती का काम भी पूरा हो जाएगा और उसके बाद जल वितरण सामान्य होगा। कल सभी टंकियां पर्याप्त भराएंगी, वहीं इसके साथ ही गंदे पानी की शिकायतें भी आ रही है। हालांकि कल ही आयुक्त शिवम वर्मा ने इस समस्या को दूर करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। बारिश के दिनों में हालांकि गंदे पानी की शिकायतें बढ़ भी जाती है, क्योंकि नर्मदा में भी बाढ़ के चलते मटमेला पानी आता है। निगमायुक्त ने सभी झोनल अधिकारियों को भी कहा है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में सक्रिय रहें और वर्कशॉप प्रभारी को भी आवश्यक उपकरण भी क्रियाशील स्थिति में रखें।
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