
इंदौर। अब तक इंदौर में शहर के कई स्थानों पर सडक़ किनारे ही बिना अनुमति के मच्छी बेचने की दुकानें लग जाती हैं, जिसके कारण शिकायतें होती हैं। इसी के चलते अब नगर निगम मत्स्य विभाग के साथ मिलकर शहर के विभिन्न स्थानों पर अत्याधुनिक सुविधाओं वाले फिश पार्लर बनाने की तैयारी में है। एक पार्लर पर 5 लाख का खर्च आएगा और यह सांची पाइंट के समान बनाए जाएंगे। आज इस मामले को लेकर बैठक होना है।
रिंग रोड से लेकर शहर के कई इलाकों में सडक़ किनारे ही मछली बेचने की दुकानें लगती हैं। अब तक शहर में कहीं भी इनके व्यवस्थापन को लेकर कोई कार्य नहीं हुआ है। फिलहाल भोई मोहल्ला, शांतिपथ, रानीपुरा सहित कुछ स्थानों पर दुकानें हैं, लेकिन छोटे व्यापारी कई जगह सडक़ किनारे ही दुकानें लगाकर व्यवसाय कर रहे हैं और इसकी सर्वाधिक दुकानें हाट बाजारों से लेकर सडक़ किनारों पर लग रही हैं, जिसको लेकर रहवासियों के साथ-साथ कई लोगों द्वारा निगम के साथ-साथ प्रशासन को भी सडक़ पर लगने वाली मांस की दुकानों की शिकायतें की गई थीं।
इस मामले में राज्य शासन के निर्देश के बाद मत्स्य विभाग अब नगर निगम के साथ मिलकर अत्याधुनिक सुविधाओं वाले फिश पार्लर बनाने जा रहा है। यह फिश पार्लर तमाम सुविधाओं से लैस रहेंगे और एक पर 5 लाख रुपए का खर्च अनुमानित है। नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक पहले दौर में ऐसे 37 फिश पार्लर बनाए जाना हैं और इसको लेकर आज मत्स्य विभाग के अधिकारियों के साथ निगम के आला अधिकारियों की बैठक होगी, जिसमें कई मुद्दों पर निर्णय लिए जाएंगे।
50 हजार एडवांस लेंगे, एक हजार रुपए माह किराया
निगम अफसरों के मुताबिक आज होने वाली बैठक में फिश पार्लर के लिए अलग-अलग स्थानों पर मंथन होगा, जिसमें मत्स्य अधिकारियों से भी चर्चा की जाएगी। सांची पाइंट के समान बनने वाले फिश पार्लर के लिए छोटे व्यापारियों को 50 हजार रुपए की राशि अग्रिम जमा कराना होगी और साथ ही उनसे 1 हजार रुपए प्रतिमाह का किराया लिया जाएगा। पहले दौर में ऐसे 37 फिश पार्लर बनाने की तैयारी है और यह प्रयोग सफल रहा तो फिर दूसरे चरण में 60 से ज्यादा पार्लर और बनाए जाएंगे।
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