
नई दिल्ली। भारत (India) वैश्विक मंचों (Global Forums) पर जल्द ही एक सुपरपावर (Superpower.) की भूमिका निभाता हुआ नजर आएगा। वहीं अगले 40 से 50 सालों में भारत के प्रधानमंत्री (Indian Prime Minister) वैश्विक लीडर (Global Leader) बनेंगे और अमेरिका के राष्ट्रपति से यह खिताब छीन जाएगा। ये भविष्यवाणियां ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री (Former Australian Prime Minister ) टोनी एबॉट (Tony Abbott) ने की हैं। टोनी एबॉट शुक्रवार को एक समिट में बातचीत कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने भारत और भारतीय नेतृत्व के तारीफों के पुल बांधते हुए भारत को दुनिया की नई महाशक्तियों में से एक भी बताया।
बातचीत के दौरान एबॉट ने चीन, पाकिस्तान और अमेरिका के साथ भारत के संबंधों का विश्लेषण करते हुए कहा कि चीन की दुनिया पर राज करने की महत्वाकांक्षाओं को रोकने की कुंजी दिल्ली के पास है। उन्होंने कहा, “वे एक प्रभुत्ववादी शक्ति बनना चाहते हैं और यह चीन के सभी पड़ोसियों के साथ-साथ दुनिया के लिए भी मुसीबत का सबब है।”
क्या है भारत की ताकत?
टोनी एबॉट के मुताबिक भारत के पास तीन बड़े ताकते हैं, लोकतंत्र, कानून और अंग्रेजी भाषा। उन्होंने कहा कि चीन ने जो उड़ान कुछ दशक पहले हासिल की थी वह अब भारत हासिल करने जा रहा है। टोनी एबॉट ने कहा है भारत तेजी से विकास की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, “भारत चीन का काउंटरबैलेंस है। भारत अब सबसे अधिक आबादी वाला देश है। आप किसी भी भारतीय शहर में जाएं… वहां बुनियादी ढांचे पर जोर दिया जा रहा है। भारत आगे बढ़ रहा है और जल्द ही चीन का विकल्प बन सकता है।”
उन्होंने आगे कहा, “21वीं सदी जितनी चीन की है उतनी ही भारत की भी है। टोनी एबॉट ने कहा, “प्रधानमंत्री के रूप में, मैं कहा करता था कि भारत एक लोकतांत्रिक महाशक्ति के रूप में उभरेगा। खैर, अब ऐसा हो गया है। भारत के प्रधानमंत्री अगले 40-50 वर्षों में एक फ्री वर्ल्ड के लीडर बनेंगे।
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