
भोपाल। प्रदेश में पंचायत चुनाव निरस्त होने के बाद राज्य सरकार ने पिछले हफ्ते पंचायतों की कमान फिर से सरपंचों को सौंप दी थी। इसके दो दिन बाद फिर से पंचायतों को प्रशासकों के हवाले कर दिया। इसके विरोध में पूर्व सरपंच प्रदेश भाजपा कार्यालय में धरने पर बैठे। घंटों बैठने के बाद पूर्व सरपंचों से किसी भी पदाधिकारी ने चर्चा नहीं की तो वे उठकर पंचायत राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल से कार्यालय पहुंचे। जहां पटेल से भी उनकी मुलाकात नहीं हो पाई। दरअसल, पंचायतों के अधिकार मांगने के लिए प्रदेश के अलग-अलग हिस्से से करीब एक सैंकड़ा करीब पूर्व सरपंच एवं अन्य प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचे थे। जहां उन्होंने भाजपा कार्यालय परिसर में अपनी अगली रणनीति बनाई। पूर्व सरपंचों को उम्मीद थी कि कि पार्टी का कोई पदाधिकारी उनसे मुलाकात करेगा। चंूकि यह मामला सीधे तौर पर राज्य शासन से जुड़ा है। ेऐसे में पार्टी के किसी भी पदाधिकारी ने इस संबंध में पूर्व सरपंचों को किसी तरह का कोई भी आश्वासन नहीं दिया।
ग्रेडिंग के आधार पर पुरस्कृत होगी पंचायतें
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश की पंचायतों के कार्य की ग्रेडिंग की जायेगी तथा जो पंचायतें अच्छा कार्य कर रही हैं, उन्हें पुरस्कृत किया जायेगा। हर पंचायत की विकास योजना बनाई गई है, उस पर अमल कर स्मार्ट विलेज बनाये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने गाँव-गाँव में कचरा संग्रहण एवं परिवहन के लिये बनाये गये मोबाइल एप का लोकार्पण भी किया।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved