
नई दिल्ली। कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास (Dr. Girija Vyas) का अहमदाबाद में इलाज के दौरान आज निधन हो गया। अहमदाबाद स्थित अस्पताल (Hospital in Ahmedabad) में उन्होंने अंतिम सांस ली। वह 31 मार्च को घर पर गणगौर पूजा के दौरान लगी आग में झुलस गईं थीं। 78 साल की गिरिजा व्यास को इस हादसे के बाद अहमदाबाद के अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।
जानकारी के मुताबिक, पूजा के दौरान आरती करते समय वह झुलस गईं थीं। दीपक के कारण उनके दुपट्टे में आग लग गई थी, जिससे वह गंभीर रूप से जल गई थीं। इस आग में गिरिजा व्यास 80 फीसदी से ज्यादा झुलास गईं थीं। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें अहमदाबाद रेफर किया गया था। कांग्रेस के राष्ट्रीय, राज्य स्तरीय और स्थानीय नेताओं ने उनके निधन पर शोक जताया है।
राजस्थान के पूर्व सीएम गहलोत ने गिरिजा व्यास के साथ एक तस्वीर शेयर करते हुए उनके निधन पर दुख जताया। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ‘पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं पूर्व कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डॉ गिरिजा व्यास का निधन हम सबके लिए एक अपूरणीय क्षति है। डॉ गिरिजा व्यास का शिक्षा, राजनीति एवं समाज सेवा के क्षेत्र में बड़ा योगदान था। उनका इस तरह एक हादसे का शिकार होकर असमय जाना हम सभी के लिए एक बड़ा आघात है। मैं ईश्वर से उनकी आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान देने की प्रार्थना करता हूं।’
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता गिरिजा व्यास गणगौर पूजा के दौरान कपड़ों में आग लगने से गंभीर रूप से झुलस गईं थीं। इस हादसे के बाद उन्हें अहमदाबाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्हें आईसीयू में रखा गया था। डॉ. गिरिजा के भाई और कांग्रेस प्रदेश महासचिव गोपाल शर्मा गोपजी ने हादसे के बाद बताया था कि गिरिजा 80 से ज्यादा झुलस गई हैं, साथ ही गिरने से सिर में चोट भी आई थी।
डॉ. गिरिजा के स्वास्थ्य की जानकारी लेने के लिए सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने परिजनों से बात की थी। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और स्वास्थ्य मंत्री रुशिकेश पटेल से उनके इलाज को लेकर चर्चा की थी।
डॉ. गिरिजा व्यास वरिष्ठ कांग्रेस नेता थीं और विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर रह चुकी थीं। वे राजस्थान कांग्रेस की प्रदेशाध्यक्ष, राष्ट्रीय महिला आयोग की दो बार अध्यक्ष और केंद्र और राज्य सरकार में मंत्री रह चुकी थीं। वे 1985-1990 तक राजस्थान सरकार में मंत्री रही थीं और उदयपुर से तीन बार सांसद चुनी गईं थीं। 2009 में वे चित्तौड़गढ़ से लोकसभा चुनाव जीती थीं। गिरिजा व्यास ने 2018 के विधानसभा में आखिरी चुनाव उदयपुर शहर विधानसभा से लड़ा था। उनको भाजपा के गुलाबचंद कटारिया ने हराया था।
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