
नई दिल्ली। संसद (Parliament) में सोमवार जम्मू-कश्मीर में हुए पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Attack) और भारत (India) के जवाबी सैन्य (Military) अभियान ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) पर विशेष चर्चा होनी है। इस बीच शिवसेना (उद्धव गुट) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी (Priyanka Chaturvedi) ने भारत की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि पाकिस्तान (Pakistan) समर्थित आतंकियों (Terrorists) के खिलाफ की गई तमाम कार्रवाइयों के बावजूद पहलगाम हमले में शामिल चारों आतंकी अब भी फरार हैं।
उन्होंने कहा कि हम सभी जानना चाहते हैं कि खुफिया तंत्र में चूक कहां हुई। पाकिस्तान के आर्मी चीफ असीम मुनीर का भाषण हमला होने से पहले ही हो चुका था, फिर हम सतर्क क्यों नहीं हुए? उन्होंने कहा कि हमले में लोगों को उनके धर्म पूछकर मारा गया ताकि देश में माहौल बिगाड़ा जा सके, लेकिन भारतीयों ने एकजुटता दिखाकर उस साजिश को नाकाम कर दिया।
प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि भारत सरकार ने हमले के बाद कई कड़े कदम उठाए। इसके तहत सिंधु जल संधि को निलंबित किया गया, पाकिस्तानी मीडिया चैनलों, सोशल मीडिया अकाउंट्स और क्रिकेटरों पर प्रतिबंध लगाया गया। व्यापार और द्विपक्षीय वार्ताएं रोकी गईं और विभिन्न देशों में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधिमंडल भेजे गए। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि इतने कदमों के बावजूद चारों आतंकी अभी तक नहीं पकड़े गए हैं, और इससे ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर सवाल उठते हैं।
उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच आगामी एशिया कप क्रिकेट मैच पर भी आपत्ति जताई और कहा कि अगर भारत और पाकिस्तान दुनिया में कहीं भी क्रिकेट मैच खेलते हैं, तो यह देश के हित में नहीं होगा। प्रियंका चतुर्वेदी ने चेतावनी दी कि पाकिस्तान के साथ किसी भी प्रकार का सामान्य रिश्ता देश की सुरक्षा नीति के खिलाफ हो सकता है।
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