
तेहरान। ईरान (Iran) संग तेज और खतरनाक (Dangerous) होती जंग के बीच इजरायली फौज (Israeli army) ने गुरुवार को गाजा पर बड़ा हमला (Launched Major Attack) किया। गाजा (Gaza) की नागरिक सुरक्षा एजेंसी के मुताबिक, गुरुवार को इजरायली हमले (Israeli attacks) में कम से कम 72 फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई। ऐसा दावा किया जा रहा है कि मरने वालों 21 लोग ऐसे थे जो राहत सामग्री लेने के लिए एकत्र हुए थे।
हमला कहां हुआ?
रिपोर्ट के अनुसार, ये हमले गाजा के मध्य और दक्षिणी हिस्सों में हुए, जहां हजारों विस्थापित लोग राहत के लिए कतारों में खड़े थे। ये लोग भोजन, पानी और अन्य जरूरी सामान लेने के लिए एकत्रित हुए थे, तभी अचानक हमला हुआ। एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक हमलों का मुख्य निशाना कथित तौर पर हमास ठिकाने थे, लेकिन गोलाबारी में आम नागरिक भी बड़ी संख्या भी चपेट में आ गए।
खाना लेने पहुंचे लोग भी हमले में मारे गए
इन 21 मृतकों में महिलाएं, बुजुर्ग और किशोर भी शामिल हैं। चश्मदीदों ने बताया कि जब लोग राहत केंद्र पर राशन और पीने के पानी के लिए जमा हुए थे, तभी आसमान से हमला हुआ। एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया, “हम सिर्फ खाना लेने गए थे। हमें लगा कि वहां सुरक्षित हैं, लेकिन तभी अचानक धमाके हुए और लोगों में चीख-पुकार मच गई।”
मानवाधिकार संगठनों ने इस घटना को मानवीय सहायता के अधिकार पर सीधा हमला बताया है। इंटरनेशनल रेड क्रॉस और यूनाइटेड नेशंस राहत एजेंसी ने नागरिकों की सुरक्षा की मांग करते हुए इसराइल से जवाब मांगा है। अब तक इसराइली डिफेंस फोर्स (IDF) की ओर से इस हमले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। हालांकि, हाल के दिनों में IDF ने यह दावा किया है कि वे “हमास के ठिकानों को निशाना बना रहे हैं और उनके अभियान का मकसद “आतंकवाद का सफाया” है।
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