
तेहरान। गाजा (Gaza) में संघर्षविराम (Ceasefire) के बीच हमास (Hamas) ने सड़कों पर दोबारा नियंत्रण करने की कोशिश की है। इसके लिए अभियान भी चलाया है। इस दौरान हमास के लड़ाकों ने कई संदिग्ध अपराधियों को मार गिराया। हमास ने इसे कानून-व्यवस्था बहाल करने की दिशा में कोशिश बताया है। हालांकि इस कार्रवाई से एक ओर स्थानीय लोगों में राहत की भावना दिखी है, वहीं दूसरी ओर यह संघर्षविराम को अस्थिर करने वाला कदम भी साबित हो सकता है। हमास अब भी अपने हथियार नहीं डालने के फैसले पर अड़ा हुआ है।
इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (American President Donald Trump) ने मंगलवार को कहा कि हमास ने कई बुरे गिरोहों को खत्म किया है। ईमानदारी से कहूं तो इससे मुझे कोई आपत्ति नहीं। हालांकि उन्होंने दोहराया कि हमास को अपने हथियार डालने होंगे और अगर नहीं किया तो हम उन्हें निहत्था करेंगे। ट्रंप की मध्यस्थता से लागू संघर्षविराम योजना के तहत हमास को निरस्त्र होकर सत्ता एक अंतरराष्ट्रीय निगरानी निकाय को सौंपनी है, लेकिन वह प्रक्रिया अभी शुरू नहीं हुई है।
इजरायल (Israel) के हमलों के बाद पिछले महीनों में गाज़ा में कानून-व्यवस्था लगभग खत्म हो गई थी। हमास के सुरक्षा बलों के हटने के बाद स्थानीय गिरोहों और प्रभावशाली परिवारों ने कब्जा जमाना शुरू कर दिया था, जिन पर मानवीय सहायता लूटने और उसकी कालाबाजारी करने के आरोप हैं। पिछले हफ्ते हमास ने डॉगमश परिवार से जुड़े एक गिरोह पर धावा बोला, जिसमें लगभग दो दर्जन लोग मारे गए। मृतकों में एक स्थानीय पत्रकार और हमास नेता के बेटे के भी शामिल होने की खबर है।
हमास से जुड़े टेलीग्राम चैनलों ने दावा किया कि मारे गए लोग सहयोगी और गद्दार थे जो इजरायल से मिले हुए थे। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में हमास बलों को आठ लोगों को सरेआम गोली मारते हुए दिखाया गया। इस घटना की मानवाधिकार संगठनों (अल मेजान सेंटर फॉर ह्यूमन राइट्स और पैलेस्टीनियन इंडिपेंडेंट कमीशन फॉर ह्यूमन राइट्स) ने कड़ी निंदा की है।
कई नागरिकों ने इस कार्रवाई को सामान्य जीवन की शुरुआत कहा है। उत्तरी गाजा के एक स्वास्थ्यकर्मी सईद अबू एलाइश ने कहा, “हमने दो साल बाद पुलिस को सड़कों पर देखा है। कुछ सुरक्षा लौटती दिख रही है।” वहीं, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने संकेत दिया है कि अगर हमास ने शांतिपूर्ण तरीके से हथियार नहीं डाले तो सैन्य कार्रवाई फिर शुरू की जा सकती है।
हमास के गृह मंत्रालय ने एक सप्ताह के लिए आम माफी की घोषणा की है, जिसमें कहा गया है कि जिन गिरोह सदस्यों का हाथ हत्या में नहीं है वे आत्मसमर्पण कर अपना रिकॉर्ड साफ कर सकते हैं। कोई भी व्यक्ति सार्वजनिक सुरक्षा या नागरिकों के अधिकारों से खिलवाड़ नहीं करेगा। यह अंतिम चेतावनी है।
हमास का कहना है कि वह रॉकेट जैसे आक्रामक हथियार सौंप सकता है, लेकिन आत्मरक्षा के लिए हल्के हथियार रखना चाहता है। विश्लेषकों का मानना है कि अगर ये गिरोह और हमास दोनों हथियारबंद बने रहे तो गाज़ा में “युद्धविराम से शांति” तक का सफर बहुत कठिन हो सकता है।
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