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Gen Z की एक और देश में क्रांति, बिजली-पानी के मुद्दे पर सरकार का तख्तापलट

September 30, 2025

डेस्क: नेपाल के बाद अब मेडागास्कर (Madagascar) में Gen-Z प्रदर्शनकारियों (Protesters) की क्रांति देखने को मिल रही है. यहां बिजली-पानी (Electricity and Water) के मुद्दे को लेकर Gen Z सड़कों पर उतर आए और उन्होंने देश की सरकार को हिला कर रख दिया है. सड़कों पर जमकर प्रदर्शन और नारेबाजी हुई. यूएन के मुताबिक, प्रदर्शन में अब तक 22 लोग मारे गए और 100 घायल हुए. इस प्रदर्शन के बाद अब देश में तख्तापलट हो गया है. मेडागास्कर के राष्ट्रपति एंड्री राजोइलिना ने विरोध प्रदर्शन के बाद सरकार को भंग कर दिया है.

लगातार बिजली और पानी की कटौती के खिलाफ गुरुवार से देश में प्रदर्शन शुरू हुए. प्रदर्शनों में हजारों Gen-Z सड़कों पर उतर आए, जिसके चलते सरकार को राजधानी अंतानानारिवो और बाकी शहरों में रात का कर्फ्यू लगाना पड़ा. देखते ही देखते यह प्रदर्शन इतना तेजी से बढ़ा कि सरकार को युवाओं की मांगें माननी पड़ी.

हजारों प्रदर्शनकारी सोमवार को फिर राजधानी अंतानानारिवो और बाकी शहरों की सड़कों पर उतर आए, जिससे सुरक्षाबलों को भीड़ पर दोबारा आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा. पिछले पांच दिनों से प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर टायर जलाए. अंतानानारिवो की नई केबल कार सार्वजनिक परिवहन प्रणाली के कई स्टेशन जला दिए गए. स्थानीय मीडिया ने बताया कि कुछ नेताओं के घरों पर भी हमले किए गए. सरकार ने गुरुवार से राजधानी अंतानानारिवो और शुक्रवार से अन्य प्रमुख शहरों में रात का कर्फ्यू लगा रखा है.


संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने सोमवार को कहा कि प्रदर्शनों के दौरान हुई झड़पों में 22 लोग मारे गए. यूएन एजेंसी ने इसके लिए सुरक्षा बलों की हिंसक प्रतिक्रिया को दोषी ठहराया. एजेंसी ने कहा कि 100 से अधिक लोग घायल भी हुए हैं. यूएन कार्यालय ने कहा कि प्रदर्शन गुरुवार को शांतिपूर्ण तरीके से शुरू हुए थे, लेकिन सुरक्षाबलों ने गैर-जरूरी बल का इस्तेमाल किया, आंसू गैस छोड़ी, प्रदर्शनकारियों को पीटा और गिरफ्तार किया.

माडागास्कर की विदेश मंत्री रसता रफारवाविताफिका ने एक बयान में यूएन की मौतों की संख्या को खारिज कर दिया और कहा कि सरकार सख्ती से इनकार करती है कि 22 लोगों की मौत हुई. हालांकि, माडागास्कर अधिकारियों ने अब तक अपने आंकड़े जारी नहीं किए हैं कि कितने लोग मारे गए या घायल हुए.

माडागास्कर अफ्रीका के पूर्वी तट से दूर 3.1 करोड़ की आबादी वाला एक बड़ा द्वीप है. प्रदर्शनकारियों का गुस्सा गरीबी और अधिकारियों की पानी-बिजली सभी तक पहुंचाने के वादे को पूरा न करने पर है. विश्व बैंक ने हाल के वर्षों में माडागास्कर के शहरी इलाकों में गरीबी स्तर में तेज बढ़ोतरी दर्ज की है. ये प्रदर्शन सालों से जारी आर्थिक तंगी से उपजी नाराजगी के चलते हो रहे हैं.विश्व बैंक के अनुसार, 2022 में इसकी 3 करोड़ आबादी में से लगभग 75 प्रतिशत लोग गरीबी रेखा से नीचे जीवन बिता रहे हैं. इसी के चलते अब बिजली-पानी की कटौती पर लोगों का गुस्सा फुट पड़ा है और युवाओं ने तख्तापलट कर दिया.

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